मांदर एवं डीजे की धुन में थिरकते दिखे श्रद्धालु… जोत जंवारा व माता के प्रतिमाओं के विसर्जन की नगर में आज धूम
-नंदकिशोर अग्रवाल
पिथौरा नगर (काकाखबरीलाल)। विजयादशमी रावण दहन के बाद आज शनिवार को जोत जंवारा व माता के प्रतिमाओं के विसर्जन की धूम आज नगर में देखी गई। शनिवार को नगर के सभी दुर्गा पंडालों में विराजित मां दुर्गा की प्रतिमाओं का धूमधाम और जुलूस के साथ विसर्जन हेतु ले जाया गया। विसर्जन के दौरान लोक नृत्य और जसगीत की धुन पर श्रद्धालु झुमते रहे। अलग-अलग मोहल्लों में सजाए गए दुर्गा पंडाल के सदस्यों ने व्यवस्थित ढंग से जुलूस निकाला गया। दुर्गा उत्सव समिति के सदस्य अपनी एक जैसी पोषाक से काफी आकर्षक लग रहे थे। नगर के लोगों को यह आकर्षक नजारा बेहद पंसद आ रहा था। जुलूस में गाजे-बाजे और जसगीतों के बीच समूचा नगर विसर्जन की टोलियों को निहार रहा था।
विभिन्न दुर्गोत्सव समितियों के सदस्यों ने मां जगत जननी के विसर्जन का कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए डीजे और धुमाल की व्यवस्था कर रखी थी। फूलों से सजे हुए वाहनों में मां दुर्गा की प्रतिमा के आगे आतिशबाजी और नाच गाने के साथ जुलूस के साथ श्रद्धालुओं का रैला धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा थी। मां दुर्गा की विदाई के इस जुलूस में अनेक भक्तों की आखों में नम आंसू भी दिख रहे थे।
- पुलिस सुरक्षा की तगड़ी व्यवस्था दिखी
दुर्गा विसर्जन के दौरान पूरे शहर में श्रद्धालुओं की भीड़ के मद्देनजर पुलिस ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए थे। शहर के हर चौक-चौराहों पर पुलिस के जवान तैनात किए गए थे। थाना प्रभारी के नेतृत्व में नगर में सतत पेट्रोलिंग की जा रही थी। दुर्गा विसर्जन के दौरान किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त पुलिस बल मौजूद थे। विसर्जन के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है।
- जगह-जगह पर किया गया स्वागत
विभिन्न धर्मावलंबियों द्वारा अनेक स्थानों पर जलपान व शीतल पेय की व्यवस्था की गई थी।लोग श्रद्धा से ज्वारा ले कर चल रही देवियों के चरणस्पर्श कर आशीर्वाद लेते रहे। इस दौरान भक्तों के द्वारा जगह जगह भंडारे का आयोजन भी किया गया। रैलीके में जहाँ स्थानीय नागरिक भक्ति रस में डूबे रहे वहीं बाहर गांव देहात से भी श्रद्धालुगण देवी विसर्जन एवम झांकी देखने हेतु पहुचें।इनमे से कई लोग तो रात से ही पिथौरा मे दशहरा पर्व के लिए अयोजित छत्तीसगड़ का प्रसिद्ध नाचा चंदैनी गोंदा का लुफ्त उठाने हेतु पहुंच गए थे।जो सुबह दुर्गा विसर्जन में शामिल हुए।
बाना भी रहा आकर्षण का केंद्र-विसर्जन के दौरान मांदर की थाप तथा जसगीत के साथ भक्त जन भक्ति में सराबोर थे।वहीं कई भक्त अपने शरीर तथा गालों में बाना लिए हुवे झूम रहे थे जो भक्तों को काफी रोमांचित कर रहे थे।