सरायपाली : हजारों की संख्या में पैदल सिंघोड़ा मंदिर पहुंचे भक्त

पूरा शहर इन दिनों माता की भक्ति में डूबा हुआ है। शहर के दुर्गा पंडालों में मॉ दुर्गा की भव्य प्रतिमा को देखने के लिए शाम होते ही भक्तों की भीड़ जुट रही है। आधुनिक साज-सज्जा के साथ माता की मनोहारी मूर्तियाँ श्रद्धालुओं को बरबस ही आने के लिए प्रेरित कर रही है. पंडालों में आसपास की महिलाऐं आरती के समय पहुंचकर माता के जयकारे लगा रहे हैं। शहर सहित अंचल के गांवों में भी इन दिनों दुर्गोत्सव की धूम मची हुई है. ग्रामीण क्षेत्रों में सभी दुर्गोत्सव समितियों के द्वारा रात्रि में विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन की तैयारी की जा रही है। इस वर्ष शहर के 10 स्थानों में माता दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की गई हैं। इसके अलावा अलग-अलग मंदिरों में घी एवं तेल के मनोकामना दीप भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के द्वारा जलाये गए हैं। माता रूद्रेश्वरी मंदिर सिंघोड़ा में घी के 1745 एवं तेल के 595,, घण्टेश्वरी मंदिर में तेल के 671, मां पकजाक्षी मंदिर अमरकोट में डोरी तेल के 221, कात्यायनी माता मंदिर बस स्टैण्ड में तेल के 97, जामबहलिएन मंदिर बैतारी में 132 मनोकामना दीप जलाए गए हैं। विगत दो वर्ष कोरोना काल की वजह से कई जगह दुर्गा प्रतिमा स्थापित नहीं किए गए थे, उन जगहों पर इस वर्ष माँ दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की गई है। सभी वार्डों में दुर्गा पूजा को लेकर शाम होते ही चहल-पहल दिखाई दे रही है। सभी पंडालों में प्रवेश द्वार से पंडाल तक आकर्षक झालर लाईटों से सड़क के दोनों छोर को सजाया गया है।
शाम होते ही मार्ग प्रकाशमय दिखाई दे रहा है। नगर के मंदिरों में 4 एवं 5 अक्टूबर को रहेगा महा भण्डारे का आयोजन आज पंचमी के दिन सरायपाली से हजारों की संख्या में श्रद्धालु प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी पद यात्रा कर माता रूद्रेश्वरी मंदिर सिंघोड़ा पहुंचे। लगभग 20 किमी का सफर कर श्रद्धालु पैदल चलकर सिंघोड़ा पहुँचकर माता के दर्शन करते हैं। क्षेत्र में सिंघोड़ा मंदिर में पंचमी के दिन सबसे अधिक भीड़ जुटती है। इस दिन सिंघोड़ा मंदिर में विशेष पूजा की जाती है वहीं प्रतिदिन भक्तों के लिए भण्डारा का आयोजन किया जा रहा है। 4 अक्टूबर को महा भण्डारा का आयोजन किया गया है। नगर के सभी मंदिरों एवं दुर्गा पंडालांे द्वारा लगभग सभी जगह नवमीं एवं दसमीं के दिन भण्डारा का आयोजन किया जाता है, जिसमें घण्टेश्वरी मंदिर, मां कात्यायनी मंदिर बस स्टैण्ड, माता रूदे्रश्वरी मंदिर सिंघोड़ा, माता जामबहेलिएन मंदिर बैतारी में 4 अक्टूबर को भण्डारा का आयोजन किया गया है वहीं मां पंकजाक्षी मंदिर अमरकोट में 5 अक्टूबर को भण्डारा का आयोजन किया गया है।