राहुल ने कहा-कैसे हिंदू हैं मोदी; सुषमा ने कहा- दुविधा तो आपके धर्म पर है

काकाखबरीलाल,उदयपुर. भाजपा और कांग्रेस धर्म के मुद्दे पर शनिवार को आमने-सामने हो गए। उदयपुर में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी के हिंदू होने पर सवाल उठाए। इस पर सुषमा स्वराज ने कहा कि दुविधा तो राहुल के धर्म को लेकर भी है।
किस तरह के हिंदू हैं मोदी: राहुल
राहुल ने संवाद कार्यक्रम में कहा- “हिंदुत्व का सार क्या है? गीता में क्या कहा गया है? इसका ज्ञान हर किसी को है, हर जगह ज्ञान फैला हुआ है। हर जीवित वस्तु के अंदर ज्ञान है। हमारे पीएम कहते हैं कि वे हिंदू हैं, लेकिन वे हिंदुत्व की नींव को नहीं समझते। वे किस तरह के हिंदू हैं? उन्हें लगता है कि संसार का सारा ज्ञान उन्हीं के दिमाग से निकलता है।’
राहुल के धर्म पर दुविधा में है कांग्रेस: सुषमा
सुषमा ने राहुल पर पलटवार करते हुए कहा, “राहुल उदयपुर उतरते ही भूलने की मानसिकता में आ गए। पहले उन्होंने रानी पद्मावती की जगह रानी लक्ष्मीबाई का नाम लिया। राहुल गांधी प्रधानमंत्री के हिंदुत्व होने पर सवाल उठा रहे हैं, लेकिन उनकी पार्टी को राहुल के ही धर्म और जाति पर दुविधा है। वर्षों तक कांग्रेस ने राहुल की छवि धर्मनिरपेक्ष नेता की बनाए रखी, लेकिन चुनाव आते ही उन्हें लगा कि इस देश का बहुसंख्यक हिंदू है। इसके बाद हिंदू की छवि बनाना शुरू की गई।’
सुषमा ने कहा, “यहां तक कि संसद में डंके की चोट पर अविश्वास प्रस्ताव के दौरान चर्चा में राहुल ने कहा कि वे हिंदू हैं, जिससे पूरा देश समझ ले कि वे हिंदू है। फिर कांग्रेस को लगा कि सिर्फ हिंदू कहने से काम नहीं चलेगा, आस्थावान हिंदू होना जरूरी है। इसके बाद कांग्रेस के नेताओं के कहने पर वे मानसरोवर यात्रा पर चले गए और लौटकर खुद को शिव भक्त बताया। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि दतिया पीठ जाओ, फिर कहा गया कि राजस्थान में पुष्कर जाओ तो वहां पहुंच गए।’
उन्होंने कहा- राहुल शैव, शाक्य और वैष्णव भी बन गए। फिर बयान आया राहुल जनेऊधारी ब्राह्मण हैं। क्या जनेऊधारी ब्राह्मण के ज्ञान में इतनी वृद्धि हो गई है कि हिंदू होने का मतलब भी उनसे समझना पड़ेगा? भगवान न करे वो दिन आए जब हमें हिंदू होने का मतलब राहुल से जानना पड़े।
घोटाला है नोटबंदी : राहुल
राहुल ने कहा- “नोटबंदी एक स्कैम है। इसका लक्ष्य छोटे उद्योगों को खत्म करना था। चाहे नोटबंदी हो या गब्बर सिंह टैक्स, इनका लक्ष्य बड़ी-बड़ी कंपनियों का रास्ता खोलना था। इसका मकसद था कि हिंदुस्तान के बड़े 15 उद्योगपतियों को मौका दिया जाए।”
इस दौरान एक सवाल के जवाब में राहुल ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना में एक समस्या है। जितना पैसा पब्लिक हेल्थ केयर में जाना चाहिए, उतना जाता नहीं है। इसका ठेका अनिल अंबानी जैसे लोगों को दिया गया। अगर यूजर को किसी से इंश्योरेंस लेना है, तो अनिल अंबानी से ही लेना पड़ेगा।
राहुल ने कहा- मोदी ने सेना का इस्तेमाल किया
- “मोदी सरकार ने सर्जिकल स्ट्राइक को राजनीतिक बना दिया। मोदी सरकार ने इसका फायदा उठाया। उन्हें पता था कि वे उत्तर प्रदेश में चुनाव हार रहे थे। इसलिए उन्होंने सेना का अपने राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल किया।”
- “कृषि बीमा के संदर्भ में अनिल अंबानी को 6 राज्यों में अलग-अलग जिले सौंप दिए गए हैं, अब लोगों के पास कोई विकल्प नहीं बचा। यही काम शिक्षा और स्वास्थ्य में भी होने जा रहा है।”
- “हिंदुस्तान के सबसे बेहतरीन शिक्षण संस्थान सरकारी हैं, क्योंकि ये सिर्फ फायदे के पीछे नहीं दौड़ रहे, बल्कि ये सेवा करना चाहते हैं।”