बर्खास्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को फिर से कर दिया बहाल,आखिर इतनी मेहरबानी क्यो
भंवरपुर । बर्खास्त आँगनबाड़ी कार्यकर्ता को नियम विरुद्ध जाकर बहाल करने का मामला सामने आया है। आँगनबाड़ी कार्यकर्ता को बहाल करने की हड़बड़ी में कार्यालय जनपद पंचायत (महिला एवं बाल विकास विभाग) बसना के उस पत्र की भी अनदेखी कर दी गई है जिसमें लिखा गया था कि उक्त आँगनबाड़ी कार्यकर्ता को बर्खास्तगी से बहाल नहीं किया जाना उचित होगा। अब इतनी मेहरबानी कोई मुफ्त में करे ये तो संभव नहीं लग रहा है।
गौरतलब है कि लोक सुराज अभियान में ग्राम लोहरिनडीपा के ग्रामीणों द्वारा आश्रित ग्राम टीपा के आँगनबाड़ी कार्यकर्ता के विरुद्ध शिकायत कर कार्रवाई की मांग की गई थी। शिकायत पर महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों द्वारा जांच किया गया, जांच में ग्रामीणों की शिकायत सही पाई गई। जिसके बाद उक्त प्रकरण को स्वास्थ्य एवं महिला बाल कल्याण समिति जनपद पंचायत बसना के समक्ष प्रस्तुत किया गया था। समिति द्वारा मामले पर विचार करने के बाद आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सदवती पटेल को अंतिम बार चेतावनी पत्र जारी करते हुए गलती सुधारने एक अवसर दिए जाने संबंधी प्रस्ताव पारित करते हुए यह भी कहा गया कि कार्यकर्ता द्वारा कार्य में सुधार नहीं होने पर एक तरफा सेवा समाप्ति की कार्यवाही करने की अनुशंसा करते हुए प्रस्ताव पारित किया गया। बावजूद इसके कार्यकर्ता के व्यवहार और कार्यप्रणाली में सुधार नहीं हुआ जिसके बाद ग्रामीणों ने पुनः शिकायत कर कार्रवाई की मांग की गई। इस शिकायत की जांच भी हुई और शिकायत सही पाई गई, जिसके बाद 28/5/2018 को कार्यालय जनपद पंचायत (महिला एवं बाल विकास विभाग) बसना ने पत्र क्रमांक 1090/स्था/बा.वि.परि./2018-19 के माध्यम से न्यायालय कलेक्टर महासमुंद को भेजे गए जवाब के 8 वें बिंदू में लिखा गया है कि पूर्व में हुए शिकायत पर चेतावनी देते हुए कार्य में सुधार लाने कहा गया था किन्तु कार्यकर्ता द्वारा सुधार नहीं करने पर ग्रामीणों द्वारा पुनः शिकायत की गई है और जांच उपरांत शिकायत सही पाई गई है। अतः आंगनबाड़ी केंद्र टीपा की कार्यकर्ता श्रीमती सदवती पटेल को बरखास्तगी से बहाल नहीं किया जाना उचित होगा। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि नियोक्ता और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत बसना के अभिमत को भी दरकिनार कर आखिर क्यों ऐसे विवादित कार्यकर्ता को पुनः बहाल किया गया। यह क्यों और किसके आदेश पर हुआ यह भी बड़ा सवाल है।