शहीद वीरनारायण सिंह के वीर गाथा को जन-जन तक पहुंचाने के लिए काव्य का रुप दिया.
दाशरथी चौहान,काकाखबरीलाल । वीर नारायण सिंह के चरित्र को जन-जन तक पहुंचाने के लिए सेना निवृत्ति प्रधान पाठक द्वारा बहुत ही सराहनीय कार्य किया जा रहा है। सेवानिवृत प्रधान पाठक श्री जगत ठाकुर ने बताया कि कक्षा नवमी में शहीद वीर नारायण सिंह के जीवनी के बारे में छात्रों को पढाया तबसे वीरनारायण के चरित्र को जन-जन तक पहुंचाने को काव्य रुप दिया। उन्होंने बताया कि इस काव्य को 10 दिसंबर शहीद वीरनारायण के वंशज दिवान राजेद्रसिंह के हाथ से विमोचन कराया है। यह पुछे जाने पर कि छपाई के लिए पैसे की जरूरत हुई होगी तब ठाकुर जी ने बताया कि लगभग 25 हजार खर्च हुई है जिसका मैं स्वंय ही वहन किया हूं बताया गया।
खर्च वापसी के लिएशिक्षा संस्थानो में संपर्क करुंगा ताकि युवाओ में देश प्रेम बढे, इससे कुछ राशी भी वापस मिल जायेगी और यदि नही मिलेगी तो मेरी ओर से वीर नारायणसिंह को श्रधांजली होगी।