मंदिर निर्माण कार्य मे ठेकेदार की भारी लापरवाही, ग्रामीणों ने की कड़ी कार्यवाही की मांग
संतोष पटेल,काकाखबरीलाल,भंवरपुर:-सरायपाली-सरसीवां मार्ग किनारे विराजित फुलझरिन माता मंदिर के पास नवनिर्मित धर्मशाला भवन एवं मंदिर जीर्णोद्धार निर्माण कार्य में ठेकेदार द्वारा भारी लापरवाही बरती जा रही है। कार्य एजेंसी ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग के अधिकारियों की अनदेखी एवं ठेकेदार द्वारा स्टीमेट को ताक पर रखकर किए जा रहे निर्माण कार्य की वजह से भवन का बीम का बड़ा हिस्सा पिछले दिनों भरभरा कर गिर गया। गनीमत रहा कि उससे कोई जनहानि नहीं हुई। विधायक प्रतिनिधि अंगद साहू ने बताया कि ठेकेदार के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करते हुए निर्माण कार्य में सुधार लाने की मांग की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार डोंगरीपाली स्थित माता नाला में मंदिर जीर्णोद्धार के के लिए 3 लाख रुपए एवं धर्मशाला भवन निर्माण के लिए सात लाख रुपए की स्वीकृति शासन से मिली है। इसके लिए कार्य एजेंसी ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग महासमुंद को बनाया गया है।
विभागीय उदासीनता एवं ठेकेदार की लापरवाही के चलते निर्माण कार्य समय पर पूरा नहीं हो पाया है। नियमानुसार कार्य पूर्ण करने की तिथि 4 अक्टूबर 2018 तय की गई है। मगर अभी भी स्लैब ढलाई नहीं हो पाया है। ग्रामीणों का आरोप है कि धर्मशाला निर्माण एवं मंदिर जीर्णोद्धार कार्य में गुणवत्ता विहीन निर्माण सामग्री का उपयोग किए जाने से भवन की मजबूती को लेकर आशंकित हैं ।
बालू सीमेंट गिट्टी का अनुपात मापदंड के अनुरूप नहीं होने से पिछले दिनों बीम का एक बहुत बड़ा हिस्सा गिर गया है। ग्रामीणों ने बताया कि भवन निर्माण कार्य के दौरान पानी की तराई नियमित रूप से नहीं करने से दीवाल काफी कमजोर हो गया है।ग्रामीणों ने ठेकेदार एवं जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है।