मुख्य गली कीचड़ से है सरोबार.. घरों में घुसता है गली का पानी, ग्रामीणों में बढ़ रहा आक्रोश.
शुकदेव वैष्णव,राजधानी ब्यूरो/काकाखबरीलाल: विधानसभा बसना क्षेत्र के अंतिम छोर पर बसे ग्राम बम्हनी के नवाडीह मोहल्ले की मुख्य गली इन दिनों कीचड़ से सराबोर है. बरसात का पानी जमा होने एवं वाहनों की आवाजाही से गली का आखिरी हिस्सा पूरी तरह से दलदल में तब्दील हो गया है. गली की हालत इस कदर बदतर हो चुकी है कि वाहन चलाना तो दूर, पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है.मुख्य गली के शुरुआती हिस्से मे गली कांक्रीटीकरण किया गया है .मगर बाकी हिस्से में अभी भी सीसी रोड का निर्माण नहीं हो पाया है .
ग्राम नवाडीह के ग्रामीणों ने बताया कि गौटिया घर से लेकर आखिरी छोर तक गली सबसे ज्यादा खराब हुई है. बरसात का पानी जमा होने एवं उनकी निकासी की उचित प्रबंध नहीं होने से गांव की मुख्य गली ज्यादा खराब हो गईं है .पानी निकासी के लिए नाली का निर्माण नहीं किये जाने से एक और गली में बरसात के पानी भर जाने से गली कीचड़ से सराबोर हो जाता है . वहीं दूसरी और बरसात के दिनों में बारिश के बाद गली का पानी घरों में भी घुसने लगता है. गली का पानी घरों में घुसने से कच्चे मकान वाले दीवालों को नुकसान पहुंचना स्वाभाविक है. जिससे मुसला धार बारिश से मकान कभी भी क्षतिग्रस्त हो सकता है गली कांक्रीटीकरण की मांग कई साल से स्थानीय जनप्रतिनिधियों से लेकर शासन प्रशासन तक की जा चुकी है मगर किसी प्रकार ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
बसना विधानसभा के उत्तरी सीमा में बसा ग्राम बम्हनी के नावाडीह मोहल्लेवासी मुख्य गली में हो रहे कीचड़ की वजह से खासे परेशान हैं. इसी गली से होकर रोजाना किसानों को जहां अपने खेतों की ओर जाना होता है वहीं इसी गली से होते हुए छात्रों को स्कूल पहुंचना होता है .सूखे के मौसम में तो किसी तरह लोग आना-जाना कर लेते हैं मगर बरसात के मौसम में लोगों को बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. साइकिल, मोटरसाइकिल कीचड़ में फंसने से उसे पार करना मुश्किल हो गया . लोग अब इस गली से होकर पैदल गुजरने भी कतराते हैं . जब किसी आदमी की स्वास्थ्य खराब हो जाती है तब उसे अस्पताल ले जाने के लिए बुढ़वा आ गए संजीवनी 108 महतारी एक्सप्रेस एवं निजी वाहन गली के कीचड़ के कारण मरीज के घरों तक नहीं पहुंच पाते उन्हें खाट चारपाई के माध्यम से उठाकर चार पहिया वाहन तक लिया जाता है.
घरों में घुसता है गली का पानी
पिछले दिनों हुई मुसलाधार बारिश की वजह से गली का बहता हुआ पानी घरों में घुसने लगा. जिससे गांव के लोग परेशान हो उठे और इसके लिए शासन प्रशासन को कोसते रहे . चौखट पर कच्ची मिट्टी का मेड बनाया गया और घर में घुसे पानी को बर्तन के माध्यम से बाहर फेंका गया . तब कहीं लोगों को राहत मिले . गली किनारे नालियों का निर्माण एवं पानी निकासी का उचित प्रबंध नहीं होने से कई घरों में बरसात का पानी घुसने की शिकायतें है. जिस हिस्से में कांक्रीटीकरण नहीं हुआ वह हिस्सा कीचड़ की वजह से पूरी तरह से दलदल में तब्दील हो चुका है .गली मरम्मत की ओर न तो जनप्रतिनिधि ध्यान दे रहे हैं और ना ही ग्राम पंचायत. गली कांक्रीटीकरण की मांग ग्रामीणों द्वारा कई बार क्षेत्रीय विधायक से लेकर शासन प्रशासन तक कर चुके हैं मगर किसी प्रकार ध्यान नहीं दिया जा रहा है जिस से ग्रामीणों में काफी रोष व्याप्त है।