रात में पड़ रही ठिठुराने वाली ठंड, अलाव का इंतजाम नहीं
रिपोर्ट –नन्दकिशोर अग्रवाल
पिथौरा – ठंड बढ़ने से जनजीवन पर इसका प्रभाव दिखने लगा है। बच्चे और बुजुर्गों को ठंड से बचाने की सलाह भी डॉक्टर देने लगे हैं। बीते पखवाड़े भर से क्षेत्र में अच्छी ठंड पड़ रही है। अपरान्ह 3 बजे के बाद ठंडी हवाओं के प्रवाह से लोगों को गर्म कपड़े पहनने की जरूरत महसूस हो रही है। बीते दो दिन से ठंडी हवाओं का झोंका चलने से ठिठुरन बढ़ी है। रात 10 बजे से लेकर अलसुबह तक लोगों को कड़ाके की ठंड लग रही है। ठंड की वजह से शाम होते ही सड़कों पर सन्नाटा पसर रहा है। आमतौर पर सड़क किनारे देर रात तक चलने वाली चौपाटी भी ठंड के कारण रात 9 बजे बंद हो रही है। लेकिन बढ़ती ठंड से लोगों को राहत दिलाने प्रशासन की ओर से अब तक कोई प्रबंध देखने नहीं मिला। रात का तापमान 17 से 18 डिग्री सेल्सियस पर स्थित बना हुआ है।
सार्वजनिक जगहों पर नहीं जलाया जा रहा अलाव
बस स्टैंड, प्रमुख चौक-चौराहों, अस्पताल के पास ठंड से बचाव के लिए अलाव जलाने की कोई व्यवस्था स्थानीय प्रशासन की ओर से नहीं की गई है। नगर के किसी भी सार्वजनिक स्थान पर स्थानीय प्रशासन की ओर से ठंड से लोगों को राहत दिलाने के इंतजाम नहीं किए गए हैं। हालात यह है कि कामकाज के सिलसिले में शहर आकर बस स्टैंड में रात गुजारने वाले लोगों को ठंड से बचने तरह-तरह से प्रबंध करना पड़ रहा है।
अस्पताल में बढ़ रहे मरीज
अस्पताल में मौसमी बीमारियों के मरीजों में इजाफा हो रहा है। इन दिनों प्रतिदिन की ओपीडी में मरीजों की संख्या 80से 90 तक है। सर्दी-बुखार, जकड़न, हाथ-पैर दर्द के मरीज पहुंच रहे है। आईपीडी में भर्ती मरीजों को ठंड से बचाव के लिए अस्पताल प्रबंधन की ओर से कंबल दिए गए हैं। जबकि परिजनों के लिए कोई प्रबंध नहीं है। अस्पताल परिसर में अलाव जलाने के भी प्रबंध नहीं किए गए हैं