विजय कुमार चौहान, काकाखबरीलाल@सरायपाली। स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर करने शासन – प्रशासन विभिन्न प्रयास कर रही है, गरीबों को बेहतर ईलाज सुविधा मिल सके इसके लिए सरकार आयुष्मान योजना जैसे स्किम लाई है लेकिन कुछ हॉस्पिटल की वजह से यह योजना भी लूट का जरिया बनकर रह गया है। महासमुंद जिले के अंतिम छोर में स्थित सरायपाली नगर में संचालित ओम हॉस्पिटल इन दिनों गरीबों को लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। ओम हॉस्पिटल सरायपाली से लगातार कई शिकायतें मिल रही थी जिसको लेकर कल प्रशासन की टीम ने यहां औचक निरीक्षण किया जहां निरीक्षण के दौरान अनेकों खामियां पाई गई है। आयुष्मान कार्ड में गड़बड़ी, फर्जी डॉक्टरों सहिंत विभिन्न तरीके से संचालित इस हॉस्पिटल की जांच कर आगे की कार्यवाही के लिए उक्त हॉस्पिटल की अव्यवस्था की सूचना एसडीएम को दिया गया है। ज्ञात हो कि बीएमओ सरायपाली डॉक्टर कोसरिया और नायब तहसीलदार रविंद्र काले टीम के साथ ओम हॉस्पिटल पहुचें थे जहां उन्हें विभिन्न प्रकार की खामियां नजर आयी। डॉक्टर कोसरिया ने जानकारी देते हुए बताया कि यहां जांच में आयुष्मान से मरीज भर्ती होते हैं उन्हें बाहर से दवाई खरीदवाया जाता है जिसकी बिल उन्होंने प्रस्तुत किया है साथ ही आयुष्मान के मरीजों को खाना पीने की सब सुविधा रहती है पर यहां ऐसी कोई सुविधा मरीजों को उपलब्ध नहीं था।
झोलाछाप डॉक्टरों के भरोसे चल रहा यह अस्पताल.!
जानकारी अनुसार उक्त हॉस्पिटल में रायपुर में संचालित ओम हॉस्पिटल के डॉक्टरों के नाम से सरायपाली स्थिति ओम हॉस्पिटल में उनके नाम से यहां मरीजों की भर्ती की जाती है जबकि वास्तविक स्थिति में यहां झोलाछाप डॉक्टर अपनी कला का प्रदर्शन करते हुए इलाज कर रहें है। यहां 4 आरएमओ कार्यरत हैं जिनके पास कोई भी वैध डिग्री नहीं है। सूत्रों की माने तो उसमे से एक झोलाछाप मिनकेतन नायक परसादा निवासी हैं जबकि एक डमरू पटेल है जिनको सफेद एप्रिन कोट पहनाकर डॉक्टर दिखाया जाता है और ओपीडी में बिठाकर बिना कोई स्पेसलिस्ट के झोलाछाप डॉक्टरों को स्पेशलिस्ट बताकर बाकायदा ऑपरेशन एंव अन्य इलाज करवाया जा रहा है जो क्षेत्र के मरीजों की जान से सीधा – सीधा खिलवाड़ किया जा रहा है। वहीं एक डॉक्टर जो ओडिशा के तबड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्त चिकित्सक है जिसका नाम डॉ शैलेंद्र प्रधान है जिसके द्वारा यहां छत्तीसगढ़ में ओम हॉस्पिटल आकर मरीजों का ईलाज किया जा रहा है। जिसके पास छत्तीसगढ़ में ईलाज करने के लिए यहां पंजीकृत नहीं है। इस तरह से यह हॉस्पिटल अवैध डॉक्टरों के भरोसे सरायपाली नगर में शासन – प्रशासन के नाक के नीचे सालों से संचालित हो रहा है। लेकिन सरायपाली बीएमओ डॉ कोसरिया को सक्रियता से इस हॉस्पिटल पर कार्यवाही होने की आस क्षेत्र के लोगों पर जगी है और ना. तहसलीदार और खंड चिकित्सा अधिकारी के जांच के बाद कार्यवाही का इन्तजार हो रहा है।
आयुष्मान में ब्लॉक कर मरीजों से कर रहे लाखों में वसूली
सरकार आयुष्मान कार्ड धारकों का 5 लाख रुपए तक नि:शुल्क इलाज कराने का दावा कर रही है, लेकिन निगरानी न होने के कारण ओम हॉस्पिटल सरायपाली में मनमानी जारी है। आयुष्मान कार्ड जमा करने के बाद भी परिजनों से और रुपए जमा कराए जा रहे हैं। ऐसा एक नहीं कई मामले है। जिसकी शिकायत भी हुई है जिसके बाद जांच शुरू हो गई है। आयुष्मान कार्ड में मरीज को निःशुल्क खाना दिया जाता है साथ ही उसीमें मेडिसिन भी देना रहता है लेकिन गांव के भोले – भाले ग्रामीणों को कमाई का जरिया बनाकर उनसे आयुष्मान के अतिरिक्त लाखों का और चुना लगाया जा रहा है उनसे हजारों रुपये के दवाई बाहर से लाने बोला जाता है। अब बीएमओ ने जांच कर एसडीएम को इसकी सूचना दी है यह देखना दिलचस्प होगा कि उक्त रसूखदार हॉस्पिटल के खिलाफ प्रशासन क्या कार्यवाही करती है।
बायोमेडिकल वेस्ट का निपटान नहीं क्या बड़ी घटना का शासन कर रहा इंतजार : हॉस्पिटल प्रबंधन को पूरे अस्पताल की साफ-सफाई और मैनेजमेंट देखना होता है, लेकिन उनकी लापरवाही की वजह से अस्पताल के बायो वेस्टेज को लेकर कोई भी सुविधा नहीं है। इससे यहां रहने वाले लोगों के लिए खतरा बना हुआ है। खुले इधर उधर सड़क में बायोमेडिकल फेंकने से संक्रमण का खतरा बना रहता है. अस्पतालों में उपयोग की जाने वाली इंजेक्शन, दवाओं की शीशी और ऑपरेशन से निकले ब्लड, मांस, पट्टियां, डिस्पोजेबल सिरिंज, खाली बोतल, टिश्यू आदि मेडिकल कचरे का ढेर का उचित निपटारा नही हो रहा है। बायो वेस्ट के निस्तारण के निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन हॉस्पिटल प्रबंधन नहीं कर रहा है। इन कचड़ों में कई ऐसी सड़ी-गली चीजें भी होती हैं, जिसे खाने के लिए कुत्ते भी आ जाते हैं। इससे जानवरों में भी संक्रमण फैलने का खतरा बना रहता है।
इस लूट हॉस्पिटल पर कब लगेगा लगाम : वहीं अब ओम हॉस्पिटल का कारनामा जग जाहिर होने के बाद लोगों में चर्चा जोरों पर है कि इस लूट हॉस्पिटल पर आखिर कब कार्यवाही होगा?? ऐसा हॉस्पिटल जहां झोलाछाप डॉक्टर मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहें हैं केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना का खुलेआम मजाक बना कर रखा गया है। हॉस्पिटल में अव्यवस्थाओं का अंबार लगा हुआ है ऐसे में इस हॉस्पिटल का संचालित रहना लोगों को काफी महंगा पड़ सकता है।