सरायपाली: क्षेत्र की अनिता प्रखंड संयोजिका ग्रामीण नियुक्त
सरायपाली ! विश्व हिंदू परिषद की हाल ही में संपन्न हुई बैठक में समाजसेविका एवम् विश्व मानवाधिकार सुरक्षा आयोग की राष्ट्रीय सदस्य अनिता चौधरी को प्रखंड संयोजिका ग्रामीण के रूप में नियुक्त किया गया है। यह महत्वपूर्ण बैठक गीता भवन, सारायपाली में आयोजित की गई, जिसमें जिला पदाधिकारी सौरभ अग्रवाल और बसंत देवता की अगुवाई में बैठक संपन्न हुई । इस बैठक में विभिन्न पदाधिकारियों को अनेक महत्वपूर्ण जिम्मेदारियाँ सौंपी गईं।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी सौरभ अग्रवाल ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद समाज की सेवा और राष्ट्र निर्माण के कार्यों में अग्रणी भूमिका निभा रही है। उन्होंने नई नियुक्तियों के माध्यम से संगठन को और सशक्त बनाने पर जोर दिया। बसंत देवता ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि संगठन की मजबूती के लिए नये और उत्साही सदस्यों को जोड़ना आवश्यक है।
नव नियुक्त प्रखंड संयोजिका अनिता चौधरी इससे पहले दुर्गा वाहिनी की जिला सहसंयोजिका थीं और उनके उत्कृष्ट कार्यों को देखते हुए उन्हें यह नई जिम्मेदारी सौंपी गई है। अनिता चौधरी ने अपनी नई भूमिका को स्वीकार करते हुए बताया कि संगठन की अपेक्षाओं पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करेंगी और ग्रामीण क्षेत्रों में संगठन को और मजबूती देने के लिए कार्य करेंगी। जबकि श्रीमती शांति मिश्रा नगर सयोजिक के रूप में कार्यरत हैं।
इस महत्वपूर्ण बैठक में कई अन्य पदाधिकारियों को भी नियुक्त किया गया। प्रदीप साहू को बजरंग दल का संयोजक, जितेंद्र यादव को गौ सेवा प्रमुख, और सीमा चौधरी को प्रखंड सहसंयोजिका के रूप में जिम्मेदारी सौंपी गई। कुछ अन्य आवश्यक पदो पर भी पदभार सौपे गए। इन सभी पदाधिकारियों ने अपनी-अपनी जिम्मेदारियों को स्वीकार करते हुए संगठन के उद्देश्यों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।
बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों ने नई नियुक्तियों का स्वागत किया और संगठन की एकजुटता और मजबूती पर बल दिया। उन्होंने विश्वास जताया कि नई टीम के नेतृत्व में विश्व हिंदू परिषद अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में सफल होगी। इस अवसर पर उपस्थित सदस्यों ने अपने-अपने विचार साझा किए और संगठन की गतिविधियों को और प्रभावी बनाने के लिए विभिन्न सुझाव दिए।
बैठक में सभी ने एकजुट होकर संगठन की सेवा में लगे रहने का वचन दिया। अनिता चौधरी की नई नियुक्ति से संगठन को नई ऊर्जा और दिशा मिली है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में संगठन की गतिविधियाँ और भी मजबूत होंगी।