सरायपाली :फसल बीमा के लिए 15 गांवों का चयन देखिए पुरी डिटेल्स
सरायपाली (काकाखबरीलाल). खरीफ फसल की धान कटाई के बाद किसान गेहूं, चना, सरसों व अलसी की रबी फसल लेने की तैयारी शुरू कर दिए हैं। कई स्थानों पर फसलें लग चुकी हैं तो कुछ स्थानों पर फसलें लग रही हैं। इन फसलों के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा की भी सुविधा किसानों को दी जा रही है।प्राकृतिक आपदा व अन्य कारणों से फसलें खराब होती है तो उन्हें बीमा की राशि इंश्योरेंस कंपनी की ओर से दी जाएगी।
किसान अपने खेतों में लगाए इन सभी फसलों की बीमा 15 दिसंबर तक कर सकेंगे। कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सरायपाली ब्लॉक में प्रधानमंत्री फसल बीमा के लिए 7 राजस्व निरीक्षक सर्कल के 15 गांवों को चिह्नांकित किया गया है।
जहां विगत वर्ष 10 हेक्टेयर से अधिक गेहूं की फसलें लगी थी। सरायपाली अंचल में सबसे अधिक रबी में धान की फसल ली जाती है। लेकिन रबी के लिए धान फसल का बीमा करवाने शासन की ओर से सुविधा नहीं दी जा रही है। केवल गेहूं, चना, राई, सरसों, अलसी फसल के लिए ही फसल बीमा करवाने की सुविधा है। इन फसलों को लेने वाले ऐसे गांवों को चिह्नांकित किया गया है, जहां बीते वर्ष 10 हेक्टेयर 25 एकड़ से अधिक फसलें लगी थी। अंचल में एकमात्र गेहूं फसल है जो धान के अलावा किसान 10 हेक्टेयर से अधिक फसल ले रहे हैं। जिन्हें प्रधानमंत्री फसल बीमा 2022-23 करवाने का लाभ मिलेगा। 10 हेक्टेयर से अधिक गेहूं फसल लेने वाले गांव में अर्जुंडा राजस्व निरीक्षक मंडल के अंतर्गत खैरमाल, देवलभांठा, जोगनीपाली, छिबर्रा, कैलेंडा व तोरेसिंहा शामिल हैं। इसी तरह बानीगिरोला सर्कल से केंदुढ़ार, छुईपाली से सूखापाली, केदुआ से बिरकोल, पाटसेंद्री, खम्हारपाली से छुईपाली, घेसपाली, कंवरपाली, खैरझिटकी, बोइरमाल, दलदली, परसकोल, सरायपाली सर्कल से सरायपाली, सेमलिया सर्कल से भूथिया शामिल हैं।
रबी फसल में गेहूं फसल की बीमा करवाने किसानों को अपने आधार कार्ड, नवीनतम भूमि प्रमाण पत्र (बी1 पी2), बैंक पासबुक, फसल बोआई का प्रमाण पत्र, किसानों का वैध मोबाइल नंबर व घोषणा पत्र अनिवार्य है। खरीफ फसल में किसान धान का पहले से ही बीमा करवा चुके हैं। जहां फसलें खराब हुई हैं, वहां के किसानों को बीमा का लाभ भी मिलना शुरू हो गया है। जबकि, रबी फसल में गेहूं व अन्य फसल लगाने वालों को भी बीमा करवाने मौका दिया जा रहा है, लेकिन अंचल में केवल गेहूं फसल लेने वाले किसान ही बीमा के लिए पात्र हैं ंऔर उन्हें ही इस योजना का लाभ मिल रहा है।