काकाखबरीलाल/पिथौरा–स्थानीय तहसील अंर्तगत ग्राम सलडीह के पिता पुत्र ने मिलकर क्षेत्र के भोले भाले बेरोजगारों को नौकरी लगाने के नाम पर लगभग सोलह लाख रुपए की ठगी करने का मामला प्रकाश में आया है।
मिली जानकारी के अनुसार ग्राम मोहगांव निवासी बलिराम मटारी ने पुलिस अधीक्षक महासमुंद को प्रस्तुत शिकायत में उल्लेख किया है कि वह अपने करीबी रिश्तेदार रंकमणी के घर ग्राम सलडीह गया हुआ था। जहां पर रंकमणि के पुत्र सब्यसाची ने उसे कहा कि मंत्रालय में उसकी ऊंची पहुंच है वह किसी की भी नौकरी लगा सकता है। रुक्मणी के पुत्र के द्वारा उसे यह भरोसा दिलाया गया कि उसने कई लोगों की पहले भी नौकरी लगा चुका है।जब बलिराम ने कहा कि मेरे पुत्र ने तो कोई नौकरी के लिए आवेदन भी दाखिल नहीं किया है फिर कैसे नौकरी लगेगी तो उसने पैसे में नौकरी लगने की बात करते हुए बलिराम से कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर उसके पुत्र की नौकरी हेतु एक लाख ₹1,70,000 की मांग की। जिस पर ₹1,50,000 में नौकरी लगाना तय हुआ। बलिराम ने सराईपाली क्षेत्र के ग्राम पुडागढ़ से अपने करीबी रिश्तेदार के पास गया और उधारी स्वरूप ला कर उक्त राशि को शब्दसाक्षी और उसके पिता रंकमणी को नौकरी के लिए दिया। वर्ष 2016 में दिए गए उक्त राशि प्राप्त करने के बाद अभी तक बलिराम के पुत्र की नौकरी नहीं लगी है। बलिराम ने पैसा वापस मांगा किन्तु उसने राशि नही लौटाई। तब अपने आप को ठगा पाया जाना महसूस किया। जिसके कारण उसने पुलिस अधीक्षक से पिता पुत्र के विरुद्ध धोखाधड़ी की शिकायत की है।शपथ पत्र के साथ किए गए शिकायत में बलिराम ने उल्लेख किया है कि उसे पता चला है कि पिता- पुत्र ने उसके अलावा ग्राम सलडीह के सुखदेव पंडा से ₹1,20,000 बारडोली के बंशीधर पटेल से 1,90,000 बरिकपली दुलामणि साहू से ₹2,50,000 सलडीह रमेश साहू से ₹1,50,000 खेमड़ा के नारायण यादव से ₹1,80000 पन्धी के गजानन भोई से ₹2,80,000 एवं पन्धी के ही गणेशराम यादव से ₹2,70,000 कुल 15,80,000 रुपये की ठगी करने की शिकायत की गई है। बहरहाल इस मामले में पुलिस ने अभी तक आरोपी गणों के विरुद्ध कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की है।