पेपर लीक व आँनलाइन परीक्षा में फर्जी कैंडिडेट बैठाने वाले मुन्नाभाई गैंग’ का पर्दाफाश बॉयफ्रेंड के साथ लड़की वारदात को देती है अंजाम
दिल्ली (काकाखबरीलाल). दिल्ली पुलिस ने पेपर लीक करवाने और ऑनलाइन एग्जामिनेशन में फर्जी कैंडिडेट बैठाने वाले बड़े गैंग का पर्दाफाश किया है. हैरानी की बात यह है कि इस गैंग की सरगना वैशाली नाम की एक लड़की है. दरअसल दिल्ली पुलिस को सूचना मिली थी कि पश्चिमी दिल्ली के नारायणा इलाके में एक बड़ा नेटवर्क एग्जामिनेशन में ऑफलाइन और ऑनलाइन नकल कराने का धंधा कर रहा है. 4 मार्च को होने वाले फॉरेस्ट गार्ड की नौकरी के लिए भी इस गैंग ने अपने फर्जी कैंडिडेट शामिल किए थे. जिसके बाद पुलिस ने रेड की. यहां से पुलिस ने रोहित नाम के शख्स को गिरफ्तार कर लिया, जो फर्जी तरीके से ऑनलाइन परीक्षा दे रहा था. पुलिस ने रोहित का मोबाइल फोन खंगाला और उसका व्हाट्सएप डाटा एग्जामिन किया तो पता चला कि उसके साथ तीन और लोग शामिल हैं. जिसमें गैंग की सरगना वैशाली भी शामिल है. इस शख्स ने बताया कि वैशाली नाम की लड़की अपने ब्वॉयफ्रेंड के साथ मिलकर एक बड़ा गैंग चला रही है. यह पूरे हिंदुस्तान में होने वाले ऑफलाइन-ऑनलाइन एग्जामिनेशन में या सरकारी पदों पर होने वाली भर्तियों के लिए अपना नेटवर्क चलाते हैं और फर्जी कैंडिडेट को परीक्षा दिलवाते हैं. हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, उत्तर प्रदेश, दिल्ली खासकर ग्रामीण इलाकों में बेरोजगार नौजवानों को अपना निशाना बनाते थे. पुलिस ने इनके पास से पुलिस की वर्दी भी बरामद की है. जिसमें एक हेड कांस्टेबल और एक सब इंस्पेक्टर की वर्दी शामिल है. आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया कि अभियुक्त वैशाली खुद को एक हाई लेवल आईपीएस ऑफिसर बताती है. वैशाली के साथ उसके दो साथी सब इंस्पेक्टर और कांस्टेबल की वर्दी पहनकर साथ रहते हैं. आरोपियों की वर्दी में तस्वीरें भी बरामद की गई हैं. पुलिस ने इनके पास से वर्दी भी बरामद किए हैं. यह लोग फर्जी कैंडिडेट को बैठाकर परीक्षा पास करवाने के लिए 15 से 25 लाख रुपए लिया करते थे. यह आरोपी मोबाइल में हाईटेक एप्लीकेशंस इस्तेमाल किया करते थे. ऑफलाइन परीक्षा में यह बेहद शातिर तरीके से पेपर सॉल्व करा लिया करते थे और स्कूल कॉलेज की मिलीभगत के बाद कैंडिडेट तक कॉपियां पहुंच जाती थी. आरोपियों के पास से 17 एप्लीकेशन फॉर्म भिवानी चौधरी बंसीलाल यूनिवर्सिटी के चपरासी की भर्ती के अलग-अलग कैंडिडेट्स के आधार कार्ड, पैन कार्ड भी बरामद हुए हैं. अभियुक्तों के बैंक अकाउंट से खुलासा हुआ है कि उन्होंने साल 2021 में लाखों रुपए का ट्रांजैक्शन किया है. कुछ एग्जामिनेशन सेंटर के मालिक भी इस गैंग के साथ जुड़े हुए पाए गए हैं. जिसकी जांच चल रही है. पुलिस ने गैंग की सरगना वैशाली, हिमांशु लव कुमार और रोहित को गिरफ्तार किया है.