46 हजार गौपालकों को 1.65 करोड़ का भुगतान, भूपेश बघेल ने कहा सालभर मिलेगा रोजगार
रायपुर (काकाखबरीलाल).मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार को प्रदेश के 46 हजार से अधिक गौपालकों और किसानों से खरीदे गए गोबर के बदले कुल 1 करोड़ 65 लाख रुपए का भुगतान किया। सीएम भूपेश बघेल ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से गोबर विक्रेताओं को
ऑनलाइन राशि का भुगतान करने के बाद कहा कि देश और दुनिया की इस अनूठी योजना से गांव के लोगों को सालभर रोजगार मिलेगा। इसका अगला भुगतान 20 अगस्त को होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना से जहां पशुपालकों को को कई फायदे मिलेंगे। गांवों में बारह महीने लोगों को रोजगार किसानों और पशुपालकों को नियमित आमदनी होगी। इसके अलावा गौठानों में गोबर से वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन होगा। खुले में चराई पर रोक लगेगी और किसान एक से अधिक फसलों का उत्पादन कर सकेंगे।
कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने योजना की अब तक की गतिविधियों की विस्तार से जानकारी दी। कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. एम. गीता ने बताया कि इसके अंतर्गत रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, धमतरी और बालोद जिले में सबसे अधिक गोबर की बिक्री हुई है। इसी प्रकार नगरीय क्षेत्रों में रायपुर एवं दुर्ग में सबसे ज्यादा गोबर की बिक्री की गई है। इस अवसर पर रविन्द्र चौबे, मोहम्मद अकबर, ताम्रध्वज साहू, टीएस सिंहदेव, डॉ. प्रेमसाय टेकाम, डॉ. शिव डहरिया,
कवासी लखमा, गुरू रूद्र कुमार, अमरजीत भगत, अनिला भेंडि़या, शिशुपाल सोरी एवं चंद्रदेव राय, प्रदीप शर्मा, रूचिर गर्ग, विनोद वर्मा, मुख्य सचिव आरपी मंडल समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।
सीएम भूपेश ने इस दौरान जशपुर, जांजगीर-चांपा, सुकमा, बलौदाबाजार जिले की विभिन्न गौठान समितियों, स्व-सहायता समूह की महिलाओं, पशुपालक एवं गोबर विक्रेताओं से गोधन न्याय योजना के संबंध में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने इससे जुड़ी सभी गतिविधियों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट टांका पर्याप्त संख्या में तैयार करें तथा ग्रामोद्योग से जुड़ी गतिविधियों का संचालन भी हो। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा 31 प्रकार के लघु वनोपज की खरीदी की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने शहीद महेन्द्र कर्मा की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके नाम पर प्रदेश में तेंदूपत्ता संग्राहक सामाजिक सुरक्षा योजना का शुभारंभ किया। प्रदेश के 12 लाख संग्राहक योजना में शामिल होंगे। इसमें संग्राहक परिवार के मुखिया की मौत पर 2 लाख रुपए औक विकलांगता पर 2 लाख रुपए दिए जाएंगे। यह योजना केंद्र द्वारा बंद की गई बीमा योजना के स्थान पर राज्य सरकार अपने खर्च पर शुरू कर रही है। सीएम ने कहा कि महेन्द्र कर्मा बस्तर टाइगर के नाम से जाने जाते थे, वे आदिवासियों के हक की हर लड़ाई में दमदारी से खड़े रहे।