आधुनिकता की दौड़ में मिट्टी के विवाह सामाग्री कि मांग जारी
सरायपाली।आज कल कि शादियां दिनों दिन आधुनिकता होती जा रही है. बिजली के चकाचौंध से मडप सजाये जा रहे हैं. और सभी प्रकार से आधुनिकता लिए हुए शादियां सम्पन्न हो रही है. इसके बाद भी मिट्टी से बने विवाह सामाग्रीयो कि पुछ परख कम नहीं हो रही है और आज भी इनका महत्व बरकरार है.
इन दिनों शादी का सीजन शुरू हो चुका है जिसमें विवाह के लिए लगने वाले मिट्टी के बने दिये, जागर, रूखा आवश्यक रहता है.इसकी मांग को देखते हुए इसे बनाने वाले कुम्हार भी अक्सर शादी सीजन शुरू होने के पहले ऐसे सामानों को बाजार में बिक्री के लिए लाते हैं. ग्रामीण अंचलों के शादियों मे तो मिट्टी के बने विवाह सामाग्रीयो कि महत्व सदैव बनी हुई है.
धामिर्क अनूष्ठान मे अधिक रहती है कलश कि मांग
शादी विवाह को छोड़कर गर्मी सीजन मे श्रीमद भागवत, कीर्तन. रामायण आयोजित किया जाता है इन सभी मे मिटटी के कलश का उपयोग किया जाता है।
छत्तरसिंग पटेल की रिपोर्ट