पिथौरा में नेशनल लोक अदालत आयोजित,राजीनामा से 9 मामले निबटाये गए तथा 5 लाख 22 हजार की वसूली हुई
पिथौरा,काकाखबरीलाल। सर्वोच्च न्यायालय तथा उच्च न्यायालय की विधि सेवा प्राधिकरण के दिशा निर्देश एवं जिला न्यायालय महासमुंद के मार्गदर्शन में आज शनिवार को व्यवहार न्यायालय पिथौरा में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया। पीठासीन अधिकारी न्यायाधीश कामिनी जायसवाल तथा सुलहकरता सदस्य बजरंग अग्रवाल अधिवक्ता थे।
जिसमें पक्षकारों ने प्रकरणो को आपसी समझौता से निपटारा किया । बता दें कि लोक अदालत में जो भी निर्णय होता है वह बिना किसी जोर दबाव एवं लालच के होता है। लोक अदालत का निर्णय अंतिम होता है। उसकी किसी भी न्यायालय में अपील नहीं हो सकती है। लोक अदालत के माध्यम से छोटे-छोटे वाद विवाद एवं सिविल प्रकृति के वादों को निपटाने हेतु सर्वोच्च न्यायालय के द्वारा विभिन्न अवसरों पर राष्ट्रीय लोक अदालत आयोजित करती हैं जिसका मुख्य उद्देश्य आपसी भाईचारा के माध्यम से प्रकरणों को अंतिम रूप से निराकृत करना होता है । आज आयोजित लोक अदालत में क्षेत्रीय बैंक व बिजली विभाग के द्वारा भी राजीनामा के आधार पर निबटने प्रिलिटिगेसन के मामले रखे गए थे जिसमें भी लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। लोक अदालत में 111 प्रकरणों की सुनवाई हुई जिसमें 9 प्रकरणों को आपसी सुलह से निराकृत किया गया तथा बैंक व बिजली तथा नगरपंचायत के द्वारा लगाए गए प्रकरणों में 5 लाख 22 हजार 820 की राशि वसूली की गई।इस दौरान पिथौरा अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष नरेश्वर सैलानी, टिकेंद्र प्रधान, मुरली प्रधान, दीनबंधु नायक, शिवाकांत उपाध्याय, मंगल सिंह परमार, व न्यायालयीन कर्मचारी उपस्थित थे।