CGPSC 2017: भंवरपुर के उमेश पटेल पूरे छत्तीसगढ़ में तीसरे स्थान पर.. आखिरकार डिप्टी कलेक्टर बनने का सपना हो गया पूरा…

भंवरपुर।पीएससी 2017 के नतीजों में तीसरा स्थान आने वाले उमेश कुमार पटेल पीएससी 2015 में महज आधे अंक से डिप्टी कलेक्टर बनने से चूक गए थे,फिर 2016 में उन्होंने परीक्षा ही नहीं दी साल भर खुद को फिर से झोंकने में लगाया और पीएससी 2017 में आखिरकार उन्होंने डिप्टी कलेक्टर का पद हासिल किया, भंवरपुर बसना के रहने वाले उमेश की स्कूली शिक्षा गांव और फिर बसना से हुई एनआईटी रायपुर में उन्होंने इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी में बीटेक किया इसके बाद इग्नू से इतिहास में एम ए, नेट,सेट क्वालीफाई उमेश ने एम ए करने के दौरानी पीएससी की तैयारी शुरू कर दी 2014 में पहली बार परीक्षा में शामिल हुए तब उनकी रैंक 93 आई तब वे नायाब तहसीलदार बने 2015 में पीएससी में उन्होंने छठवां रैंक हासिल किया फिलहाल वे दुर्ग में असिस्टेंट कमिश्नर स्टेट जीएसटी के पद पर पदस्थ हैं उमेश के पिता स्व. शौक़िलाल पटेल कर आरोपण अधिकारी थे वही माता श्रीमती लक्ष्मी पटेल गृहणी है तीन भाई बहनों में सबसे छोटे उमेश की बड़ी बहन सरस्वती पटेल शिक्षका, जबकी छोटी बहन सरिता पंचायत सचिव है, उमेश बताते हैं कि जब 2015 में अध्ययन के कारण डिप्टी कलेक्टर बनने से चुके थे तो थोड़े निराश थे लेकिन इस निराशा को अपने उपर हावी नहीं होने दिया उन्हें डिप्टी कलेक्टर बनना था और वह बन कर रहे।