तालाब का होगा कायाकल्प
सरायपाली। लगभग दो वर्ष से उपेक्षित रहे शहर के बड़े तालाब का पुन: कायाकल्प होने के आसार नजर आने लगे हैं। नगर पालिका अध्यक्ष चंद्र कुमार पटेल एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारी दिनेश यादव, नगर पालिका के इंजीनियर एवं अपनी टीम के साथ बड़ा तालाब (शंकर तालाब) पहुँचे और वहाँ की स्थिति का अच्छी तरह मुआयना किया। नपा के द्वारा इस तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए पुन: दिलचस्पी दिखाये जाने से क्षेत्र वासियों में भी इस तालाब को लेकर अब एक नई उम्मीद जाग गई है।
ज्ञात हो कि पदमपुर मार्ग पर स्थित कई वर्षों पुराने नगर के बड़े तालाब का शहर वासियों की नजर में एक महत्वपूर्ण स्थान है। यहाँ के शिव मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूजा करने के लिए आते हैं। श्रावण माह में तो पूरे माह भर यहाँ श्रद्धालुओं का मेला सा लगा रहता है। वहीं शहर के वार्ड क्रमांक 10, 11, 12 एवं बस्ती सरायपाली के सैकड़ों लोग इसी तालाब में निस्तारी के लिए भी निर्भर हैं। लगभग दो वर्ष पूर्व तक वहाँ सड़क के किनारे तालाब से लगकर एक छोटा उद्यान बना हुआ था, जहाँ लोगों के बैठने के लिए कुर्सियाँ भी लगी हुई थी। साथ ही कुछ व्यायाम सामग्रियाँ भी वहाँ लगी हुई थी। इसके अलावा मंदिर से लगकर एक विसर्जन कुंड बनाया गया था, जिसमें लोग पूजा सामग्रियों का विसर्जन करते थे। इससे जहाँ लोग तालाब के पास घूमने के लिए आते थे और कुछ देर विश्राम भी करते थे, वहीं तालाब की सुंदरता भी बनी रहती थी। लेकिन इसके बाद अचानक नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष अमृत पटेल के द्वारा बड़े तालाब का सौंदर्यीकरण करने की बात कही गई और बने-बनाये सभी चीजों को नेस्तनाबूत कर दिया गया और किसी प्रकार के सौंदर्यीकरण के कार्य भी नहीं किये गए। धीरे-धीरे तालाब में गंदगी बढ़ने लगी और लोग वहाँ जाने में भी कतराने लगे।
वर्तमान नपा अध्यक्ष श्री पटेल ने पुन: इस दिशा में संज्ञान लिया है और एक बार फिर से तालाब के कायाकल्प करने की बात कही जा रही है। उन्होंने पूर्व में भी अपने अध्यक्षीय कार्यकाल के दौरान पूजा सामग्रियों के विसर्जन से तालाब में होने वाली गंदगी को देखते हुए शिव मंदिर से लगकर एक विसर्जन कुण्ड तैयार करवाया था, जिसमें लोग पूजन सामग्री का विसर्जन करते थे। आज पुन: वे नपा की टीम के साथ तालाब की स्थिति से अवगत हुए और वहाँ विभिन्न कार्यों को लेकर अपनी टीम के साथ चर्चा भी किये। श्री पटेल ने नवभारत को बताया कि फिर से तालाब का अच्छे ढंग से सौंदर्यीकरण किया जायेगा। क्षेत्र वासियों को इस तालाब से विशेष लगाव है, जिसे देखते हुए वे पुन: इस तालाब को लोगों के घूमने व कुछ समय बिताने योग्य बनाने का पूरा प्रयास करेंगे।