लोक निर्माण विभाग की सड़क से डामर गायब, पुनर्निर्माण नहीं हुआ तो होगा चुनाव बहिष्कार !
रोड़ की हालत बद से बत्तर, ग्रामीण जान जोखिम में डाल कर रहे सफर..
प्रकाश सिन्हा, काकाखबरीलाल महासमुंद/बसना: राष्ट्रीय राजमार्ग 53से गांव की ओर जाने वाली सिरको मार्ग जर्जर होने से लोगो के लिए आफत की सड़क बन गई है। लोक निर्माण विभाग की सड़क से डामर तो गयाब हो चुका है वही छतिग्रस्त होने के साथ जगह-जगह पानी भर जाने के कारण ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
ज्ञात हो कि पिथौरा विकासखंड के सिरको सड़क मार्ग की हालत बद से बत्तर, ग्रामीण जान जोखिम में डाल कर रहे सफर करने में मजबूर है। बतादे की नेशनल हाइवे से सिरको सड़क मार्ग वर्ष 2004 में पहली बार डामरीकरण का काम हुआ था जो कि आज 14 वर्ष पूर्व बने इस रोड में आज तक कभी भी मरमत का कार्य नही हुआ है और ना ही इस ओर शासन प्रशासन का ध्यान है। बस में सवार स्कूली बच्चे पढ़ाई करने के साथ-साथ ग्रामीणों को भी जान जोखिम में डाल कर बसना तक का सफर तय करना पड़ रहा। मगर हालत की सुध लेने वाला कोई नही। जनप्रतिनिधियों के उदासीनता के चलते सड़क निर्माण में ब्रेक सा लग गया है।
इसी खस्ताहाल मार्ग में कई बार बस पलटनें की भी संभावना बनी रहती है जिसके कारण बस वाले भी सिरको आने में हिचकिचाते है। वहीं साइकिल व पैदल चलने वालों के लिए किसी फिसलपट्टी से कम नही। बच्चों के लिए स्कूल जाते समय फिसल कर गिरना आम बात हो गई है। और स्कूल तक नही जा पाते रोड इतनी खराब हो गई है। लोक निर्माण की सड़क में डामर तो गायब है वही पगडंडियों के माध्यम पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। सायकल, मोटरसाइकिल समेत बड़े वाहनों को भी गाड़ी चलना मुश्किल हो गया है। NH 53 से महज दो किलोमीटर की दूरी पर लगे ग्राम सिरको पहुंच मार्ग जाने के लिए लगभग 15 km. दूरी तय करने पड़ रही है।
सड़क नही बना तो होगा चुनाव बहिष्कार
ग्राम पहुँचमार्ग जर्जर होने के कारण सरपंच गजानन साई ने जनप्रतिनिधियों समेत अधिकारियों को आवगत कराया लेकिन किसी ने सुध नही ली। वही विधायक और संसदीय सचिव श्रीमती रूपकुमारी चौधरी के द्वारा 2 माह समस्या से आवगत होने पर लाल मिट्टी डलवाकर मुर्मिकरण का कार्य किया गया था। रोड छतिग्रस्त होने पर भी इस ओर शासन-प्रशासन का ध्यान नहीं जा रहा है इस कारण पूरी सिरको ग्राम वासी में आक्रोश सा फैला हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि समय रहते इस रोड का पुननिर्माण नही हुआ तो चुनाव बहिष्कार करने की बात कही गई।