महांसमुद: परिजनों से मुलाकात की महिमा आयोग अध्यक्ष
शुक्रवार को जिला कलेक्टर सभाकक्ष में महिला आयोग अध्यक्ष डा. किरणमयी नायक के पास मृतकों के परिजन जानकारी लेने पहुंचे थे। परिजनों ने पहले ही इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की थी। मालूम हो कि किशनपुर में पति-पत्नी और दो मासूमों की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने पहले तो महज एक आरोपी को गिरफ्तार कर मामला खत्म कर दिया था। परिजनों को संदेह हुआ तो उन्होंने फिर से इसकी जांच की मांग की थी। इसके बाद चार और लोगों को आरोपी बनाया गया था, लेकिन घर की नौकरानी से अब तक पुलिस ने पूछताछ नहीं की है।
बहुचर्चित किशनपुर हत्याकांड मामले में फोरेंसिक जांच की रिपोर्ट आ चुकी है, जिसमें घटना की सीबीआई जांच और नौकरानी त्यागी बाई के नार्कों टेस्ट एनालिसिस के अलावा किसी एक्सपर्ट पुलिस अधिकारी द्वारा घटनाक्रम रिक्रिएट करने जैसी बातें लिखी गई हैं। इस मामले में कोर्ट ने सीबीआई जांच के निर्देश भी दे दिए हैं। महिला आयोग की ओर से इस घटना के पटाक्षेप के लिए फोरेंसिक एक्सपर्ट डा. सुनंदा ढेंगे 20 मार्च को किशनपुर घटनास्थल पहुंची थीं। उनके साथ आयोग की सदस्य अनिता रावटे, अधिकारी शमीम रहमान भी घटनास्थल पहुंचे थे। डा. सुनंदा ने घटनास्थल का बारीकी से मुआयना किया और 25 मार्च को अपनी रिपोर्ट महिला आयोग को सौंपा है। फोरेंसिक एक्सपर्ट डा. सुनंदा ढेंगे ने अपने रिपोर्ट में लिखा है कि किशनपुर स्थित घटना वाले मकान में घटना की सुबह सबसे पहले पहुंची नौकरानी त्यागीबाई का नार्को एनालिसिस टेस्ट कराया जाना आवश्यक है और किसी विशेषज्ञ पुलिस अधिकारी द्वारा घटना को रिक्रिएट कर हत्याकांड में गुम हुई कडिय़ों को जोड़ा जा सकता है।
घटना दिनांक की सुबह नौकरानी ही सबसे पहले घटना वाले मकान में पहुंची थी। उसी की आवाज सुनकर लोगों को घटना की जानकारी मिली थी। आंगन में महिला, उससे थोड़ी दूर पुरुष उससे थोड़ी दूर पर बच्ची और थोड़ी दूर में एक बच्चा लहूलुहान हालत में पड़ा था। सभी की अलग-अलग हथियार से हत्या की गई थी।
पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट परिजनों ने मामले को महिला आयोग को सौंपा था। अत: आयोग ने 17 मार्च 2021 को फोरेंसिक एक्सपर्ट डा. सुनंनदा ढेंगे को जांच के लिए यह मामला सौंपा और मामले को पूरी तरह समझने के बाद फोरेंसिक एक्सपर्ट 20 मार्च 2022 को घटना स्थल पहुंची थी। स्थल निरीक्षण के बाद उन्हें यह अपराध बेहद संगीन मिला और उन्होंने रिपोर्ट में सीबीआई जांच की सिफारिश की। साथ ही कहा कि त्यागी बाई का नार्को टेस्ट जरूरी है। आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक ने छत्तीसगढ़ से कहा कि पिथौरा विकासखण्ड के किशनपुर हत्याकांड के मामले में आयोग द्वारा पूर्व में इस घटना की फॉरेंसिक जांच के लिए निर्देशित किया गया था। इस पर रिपोर्ट आ गई है। इस मामले को अब कोर्ट द्वारा सीबीआई जांच करने के निर्देश प्राप्त हो चुके हंै।
यह था मामला
4 साल पहले एक ही परिवार के 4 लोगों की निर्मम हत्या की गई थी। मामले के बाद से ही परिजन पुलिस की कार्यप्रणाली और जांच को लेकर असंतुष्ट थे। जिसके बाद उन्होंने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी। इस केस में जज गौतम भादुड़ी की बेंच ने अब फैसला सुनाया है।
31 मई 2018 को पिथौरा थाना क्षेत्र के ग्राम किशनपुर में योगमाया साहू(28) उसके पति चैतन्य साहू(30) और 2 बच्चे तन्मय साहू(7), कुणाल साहू(9) की हत्या हुई थी। सभी को बड़े ही बेरहमी से अलग-अलग धारदार हथियार से मारा गया था। योगमाया गांव के ही उप स्वास्थ केंद्र में काम करती थी। योगमाया अपने परिवार के साथ उसी स्वास्थ्य केंद्र परिसर में बने अपने घर में रहती थी। इसी घर में उसके पति चैतन्य, दोनों बच्चे तन्मय और कुणाल को मारा गया था।