• झाड फुक बैगा के चक्कर से बचे परिजन
• स्नेक बाईट पीड़ित को तत्काल चिकित्सीय लाभ दें
सराईपाली– ग्राम जोगीदादर(सराईपाली) निवासी घनश्याम पांडे को रात के समय हाथ पर करैत सांप ने काट लिया था, ग्रामीणों ने सर्प दंश से पीड़ित को डाक्टरी इलाज न दे कर झाड फूंक कराया जिससे पीड़ित को कोई स्वास्थ्य लाभ नहीं हुआ बल्कि उसकी तबियत और ख़राब होने लगी, बता दें करैत सांप का विष पीड़ित के तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है अगर स्नेक बाईट पीड़ित को तत्काल इलाज न मिले तो उसकी मौत हो जाती है, स्नेक बाईट पीड़ित घनश्याम पांडे को डॉ.एन सुरेश द्वारा दी गई सलाह के अनुसार इंट्यूबेटेड और वेंटिलेटर पर 3 दिन के लिए रखा गया। एंटी स्नेक वेनम और अन्य दवायों के पर्याप्त डोज देने के बाद मरीज घनश्याम पांडे के स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हो रहा है तथा मरीज को एक दो दिन में सामान्य वार्ड में स्थानांतरित किया जाएगा, अस्पताल के इमरजेंसी सेवा विभाग ने बताया की मरीज जब हॉस्पिटल आया तो उसकी हालत चिंताजनक थी स्नेक बाईट के अधिकाँश मामलो में देखा गया है की ग्रामीण झाडफूंक के चक्कर में अपने परिजनों के जान को जोखिम में डालते हैं अगर सर्प दंश से पीड़ित व्यक्ति को सही समय में चिकित्सीय लाभ मिले तो तो उसकी जान आसानी से बचाई जा सकती है, भारती हॉस्पिटल सराईपाली के मेडिकल स्टाफ ने बताया की इस साल जितने भी स्नेक बाईट के गंभीर केस हॉस्पिटल आये है उनका सही इलाज कर सभी रोगियों को स्वस्थ अवस्था में डिस्चार्ज किया गया है।