सरायपाली : घोरघाटी, कालीदरहा जलाशयो से 42 सौ एकड़ की खेती की बुझेगी प्यास
शासन द्वारा अनुभाग के 2 बड़े जलाशयों की मरम्मत व लाइनिंग कार्य की स्वीकृति दी गई है, जिससे आसपास के 30 गांव के 42 सौ एकड़ खेत सिंचित होंगे और किसान अपने खेतों में दो फसल ले सकेंगे। इस वर्ष जलाशय में चल रहे कार्य के कारण किसानों को सिंचाई विभाग द्वारा रबी की फसल लेने की अनुमति नहीं दी गई है।
ब्लॉक के सबसे बड़े भू-भाग को सिंचित करने वाले काली दरहा व घोरघाटी जलाशय का इन दिनों मरम्मत व लाइनिंग का कार्य चल रहा है। शासन द्वारा घोर घाटी जलाशय योजना की मरम्मत के लिए 5 करोड़ 63 लाख एवं काली दरहा जलाशय लाइनिंग के लिए 8 करोड़ 80 लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं।
दोनों जलाशयों में चल रहा कार्य पूर्ण होने के पश्चात अगले सत्र से अंचल के 30 गांव का सत्रह सौ हेक्टेयर खेत का सिंचित होगा। खेतों की प्यास बुझेगी और किसान रबी एवं खरीफ दोनों फसल ले सकेंगे। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा किसानों की आय दोगुनी करने व बरसात के व्यर्थ बह रहे जल को संरक्षित कर उसका सदुपयोग करने जलाशयों का निर्माण करवाया गया है। जलाशय के संरक्षित जल का ज्यादा से ज्यादा किसान उपयोग कर सकें, इसके लिए घर बनाने एवं लाइनिंग कार्य के लिए करोड़ों रुपए स्वीकृत किया गए हैं, ताकि जलाशय का पानी सीधा किसानों के खेतों तक आसानी से पहुंचाया जा सके व ज्यादा से ज्यादा किसान जलाशय के पानी का उपयोग कर खेती कर सकें। शासन के इस महत्वाकांक्षी योजना से सैकड़ों किसान लाभान्वित होंगे।
इस संबंध में सरायपाली विधायक किस्मतलाल नंद ने बताया कि घोर घाटी जलाशय योजना के लिए 5 करोड़ 63 लाख 57 हजार रूपए स्वीकृत हुआ है, जलाशय के निर्माण कार्य के लिए टेंडर की प्रक्रिया प्रोसेस में है।कालीदरहा जलाशय के लिए 8 करोड़ 80 लाख रूपए स्वीकृत हुआ है।