प्राइवेट स्कूलों में ऑनलाइन कक्षाएं आज से बंद, संचालकों का तर्क ऑनलाइन पढ़ाई में गुणवत्ता की कमी
निजी स्कूलों का तर्क है कि ऑनलाइन कक्षाओं के चलते पढ़ाई की गुणवत्ता में कमी आई है। सीजी बोर्ड की तिमाही-छमाही परीक्षा तथा सीबीएसई की टर्म-1 परीक्षाएं भी आयोजित की जानी है। इसके लिए प्रायोगिक कक्षाएं भी आज से ही प्रारंभ कर दी जाएंगी। इसके अलावा कुछ दिनों पूर्व जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा निजी स्कूलों से कहा गया था कि वे ऑनलाइन कक्षाओं के स्थान पर ऑफलाइन कक्षाओं को प्राथमिकता दें और छात्रों को स्कूल आने के लिए प्रेरित करें। स्कूल खोलने संबंधी पूर्व में जारी गाइडलाइन का ही पालन किया जाएगा। जारी आदेश में कहा गया था कि जो छात्र स्कूल नहीं आना चाहते हैं, उनके लिए ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन किया जाए। निजी स्कूलों ने दोनों तरह की कक्षाओं का संचालन एक साथ करने में असमर्थता जताते हुए सिर्फ ऑफलाइन कक्षाएं ही संचालित करने का निर्णय लिया है। किराए को लेकर सहमति नहीं 2 अगस्त से स्कूल खोले जाने की अनुमति प्रदान कर दी गई थी। इसके बाद छोटे और मंझोले स्कूल तो खुल गए थे, लेकिन बड़े स्कूलों में ताले लटके रहे। आज से सभी निजी स्कूल ऑफलाइन कक्षाएं अनिवार्यत: प्रारंभ कर रहे हैं। इसके बाद भी जिले के कुछ बड़े स्कूल ऐसे हैं, जो 15 नवंबर से खुलेंगे। बस संचालन को लेकर यहां फैसला नहीं हो सका है। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के कारण स्कूल प्रबंधन ने भी भाड़े में 30 से 50 प्रतिशत तक की वृद्धि की है। सभी पालक इसे लेकर सहमत नहीं हैं। ऐसे में निजी स्कूलों ने पालकों से कह दिया है कि वे अपने साधन से बच्चों को भेजें।