इस कलेक्टर ने नेताओं को बताया ‘डकैत और घपलेबाज’, …..फेसबुक में लिखी पोस्ट
(देश दुनिया काकाखबरीलाल).
राजगढ़ कलेक्टर पर भाजपा नेताओं की टिप्पणी से दुखी गुना कलेक्टर भास्कर लक्षकार ने फेसबुक पर लंबी पोस्ट लिखकर दर्द बयां किया है। उन्होंने कहा कि सरकारी अधिकारियों-कर्मचारियों पर कोई भी कुछ भी आरोप लगा देता है और वे कुछ नहीं कर पाते। डकैत आपके बारे में न्यायाधीश बने फिरते हैं। गुना के कलेक्टर भास्कर लक्षकार ने अपनी फेसबुक वॉल पर वरिष्ठ अफसरों-अभिषेक सिंह, आशीष सिंह, स्वरोचिष सोमवंशी, स्वाति मीणा, कौशलेंद्र विक्रम सिंह, प्रतिभा पाल, दीपक आर्य को टैग करते हुए लिखा कि ‘जिनकी डकैती और घपलेबाजियां सारा शहर जानता है, वे सीना ठोककर झूठ बोल रहे हैं। लक्षकार ने आगे लिखा, ‘जिसका जो मन आता है, वह आप (कलेक्टर, एसपी एवं कर्मचारी) पर आरोप लगाकर हें-हें, ठें-ठें करता निकल जाता है। आप कुढ़ते, उबलते रह जाते हैं, वे सार्वजनिक रूप से झूठ बोलकर अपमानित करके निकल जाते हैं। वे उन लोगों के पक्ष में सीना ठोक के झूठ बोलते हैं और आपको कोसते हैं, जिनकी दिनदहाड़े की डकैती और घपलेबाजियां सारा शहर जानता है। मजेदार यह है कि डकैत आपके बारे में न्यायाधीश बने फिरते हैं।
अभिषेक सिंह ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा, ‘आपके विरोध का विरोध नहीं है। आपके विरोध के तरीके का विरोध है। कुछ लोग ये तर्क दे रहे हैं कि अमुक अधिकारी ने अमुक गलत काम किया। इसलिए उसके विरुद्ध इस प्रकार का अमानवीय, अस्वीकार्य, अमर्यादित व्यवहार किया गया। मेरा एक ही प्रश्न है कि क्या मेरे किसी भी कृत्य से आप को अपनी शालीनता त्यागनी चाहिए? क्या इससे आपको कोई अपराध करने का अधिकार प्राप्त होता है? महात्मा गांधी के अनुसार किसी के विरोध में भी उसकी गरिमा का उल्लंघन नहीं किया जा सकता।
वहीँ मध्यप्रदेश भाजपा ने शुक्रवार को सभी जिलों में कलेक्ट्रेट का घेराव करेगी। पार्टी ने आरोप लगाया कि माफिया और अतिक्रमण के नाम पर गरीब जनता और भाजपा कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जा रहा है, जबकि कांग्रेसियों के अतिक्रमण की अनदेखी की जा रही है। इसी भेदभाव के विरोध में पार्टी कार्यकर्ता 24 जनवरी को हर जिले में कलेक्ट्रेट का घेराव करेंगे। बता दें कि राजगढ़ की कलेक्टर पर आपत्तिजनक टिप्पणी के आरोप में बीजेपी के नेता बद्रीलाल यादव के खिलाफ केस दर्ज हो गया है. एक सभा में उन्होंने राजगढ़ की कलेक्टर पर अपमानजनक टिप्पणी की थी, उस वक्त यहां पर शिवराज सिंह चौहान, कैलाश विजयवर्गीय जैसे बड़े नेता भी मौजूद थे.