शिक्षाकर्मियों के संविलियन के लिए रहेगा मेरा पुरजोर प्रयास – विधायक किस्मत लाल नंद
सरायपाली ( काकाखबरीलाल) । प्रदेश में शिक्षाकर्मियों के संविलियन के लिए फिर से चारों तरफ से आवाजें उठने लगी है । संविलियन से वंचित शिक्षाकर्मी प्रदेश संयोजक विवेक दुबे के नेतृत्व में सोशल मीडिया से लेकर जमीन तक अपनी सुनियोजित रणनीति के दम पर बजट सत्र में अपनी मांग को शामिल कराने के प्रयास में लगे हुए है । इसके तहत
संविलियन अधिकार मंच शिक्षाकर्मियों के संविलियन की मांग को लेकर लगातार प्रदेश के विधायकों और मंत्रियों से मुलाकात कर रहा है और उन्हें अपनी पीड़ा और मांग से अवगत करा रहा है । प्रदेश संयोजक विवेक दुबे द्वारा तय की गई रणनीति के अनुसार जिला संयोजक सुरेंद्र दीवान के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने आज सरायपाली विधायक किस्मत लाल नंद से मुलाकात की और उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराया । प्रतिनिधिमंडल ने विधायक को बताया कि प्रदेश में अब महज 15 हजार शिक्षाकर्मी ही पंचायत विभाग में बचे हुए हैं और ब्लॉकवार तो उनकी संख्या 100 से भी कम है, पंचायत विभाग में फंसे हुए इन शिक्षाकर्मियों की हालत खराब है न तो इन्हें समय पर वेतन मिलता है न अन्य सुविधाएं, यहां तक कि 3 साल से उन्हें महंगाई भत्ता तक नहीं मिला है और पूरे प्रदेश में जहां कर्मचारियों को स्थानांतरण का लाभ मिलता है शिक्षाकर्मियों को उससे भी वंचित रखा गया है जबकि स्कूलों में वह भी ठीक उसी प्रकार सेवाएं दे रहे हैं जैसे अन्य नियमित शिक्षक… चुनाव पूर्व कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में 2 वर्ष की सेवा पूरी कर चुके सभी शिक्षाकर्मियों के संविलियन का वादा किया था जो अभी तक पूरा नहीं हो सका है , इसीलिए प्रदेश के शिक्षाकर्मी चाहते हैं कि फरवरी में पेश होने वाले बजट में कांग्रेस के जन घोषणा पत्र के वादे के मुताबिक बचे हुए सभी शिक्षाकर्मियों का संविलियन हो जाए ताकि शिक्षाकर्मी प्रथा ही हमेशा हमेशा के लिए समाप्त हो जाए और नई भर्ती में भी किसी प्रकार की कोई रुकावट न आए क्योंकि उनके संविलियन से पहले नई भर्ती करने से शिक्षाकर्मियों को वरिष्ठता का नुकसान हो रहा है । प्रतिनिधिमंडल की बात सुनने के बाद विधायक किस्मत लाल नंद ने उन्हें आश्वासन दिया कि वह उनके ज्ञापन को अपने अनुशंसा पत्र के साथ ना केवल मुख्यमंत्री को भेजेंगे बल्कि इस संबंध में मुख्यमंत्री जी से मिलकर चर्चा भी करेंगे और कोशिश करेंगे कि उन्हें जल्द से जल्द सौगात मिल सके , उन्होंने कहा कि मैं अपनी तरफ से पुरजोर प्रयास करूंगा कि इसी बजट सत्र में शिक्षकों के साथ किया गया सम्पूर्ण संविलियन का वादा पूरा हो जाए ताकि हमेशा हमेशा के लिए शिक्षाकर्मी प्रथा ही खत्म हो जाए । विधायक से मिलने वाले प्रतिनिधिमंडल में जिला संयोजक सुरेंद्र दीवान के साथ द्वारका चौहान,,राजेश प्रधान ,राधेश्याम बरिहा,सोमदेव तिवारी ,प्रमोद सामंतराय,खिरोद्र साहू,प्रकाश तांडी,विजय पटेल,बुकेश प्रधान,गोवर्धन यादव,कुसुम देवांगन,राधा सिदार,राजकुमार सिंह,विनय धैर्य,राकेश प्रधान
पुरुषोत्तम बरिहा शामिल थे ।