jio के बाद क्या अब एयरटेल, वोडाफोन भी कॉल चार्ज लगाने की प्रतिस्पर्धा करेगी ?
जियो द्वारा दूसरे नेटवर्क पर कॉल रेट 6 पैसे प्रति मिनट करने के फैसले के बाद अन्य कंपनियां भी इसे फॉलो कार सकती हैं. ब्रोकरेज फर्म Emkay यह बात कही है. एक नोट में कहा गया है “हम मानते हैं कि इससे प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी. इससे भारती एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया के लिए 7 रुपये और 4 रुपये की औसत राजस्व प्रति उपयोगकर्ता (एआरपीयू) में वृद्धि होनी चाहिए. दूसरी ओर जियो इस इस कदम के बाद एआरपीयू में लगभग 17 रुपये की बढ़ोतरी करेगा.
ARPU एक टेलीकॉम कंपनी की वित्तीय ताकत का आकलन करने के लिए एक मीट्रिक है. बुधवार को एक अभूतपूर्व कदम में जियो ने प्रतिद्वंद्वी नेटवर्क पर कॉल के लिए 6 पैसे प्रति मिनट का शुल्क लगाने का फैसला किया. माना यह भी जा रहा है कि जियो के इस कदम के बाद अन्य कंपनियां भी यह कदम उठा सकती हैं. क्योंकि टेलिकॉम कंपनियों के राजस्व की स्थिति पहले से अच्छी स्थति में नहीं है. अगर जियो की तरह एयरटेल और वोड़ाफोन जैसी कंपनियां भी अपने ग्राहकों से यह इंटरकनेक्ट यूजेज चार्ज लेता है कि उन्हें बड़ी राहत मिल सकती है. यानि अब फ्री कॉल देने की प्रतिस्पर्धा चार्ज लगाने की प्रतिपर्धा बन सकती है.
हालांकि एक वक्त जियो ने ही ट्राई से इंटरकनेक्ट चार्ज ख़त्म करने की पेशकश की थी. क्योंकि एयरटेल और वोडाफोन जैसी कंपनियों के ग्राहकों की बड़ी संख्या होने के कारण जियो को बड़ा भुगतान करना पड़ रहा था. उस वक्त ट्राई ने इंटरकनेक्ट चार्ज को 14 पैसे से 6 पैसे कर दिया था और कहा था कि आने वाले समय में इसे ख़त्म किया जायेगा. लेकिन अब तक ट्राई में इस चार्ज को लेकर अनिश्चितता बानी हुई है. परिणाम स्वरुप जियो ने इंटरकनेक्ट चार्ज के रूप में 6 पैसे ग्राहकों से वसूलने का फैसला किया है.