शासकीय भूमि पर सरपंच ससुर का कब्जा, अतिक्रमणमुक्त कराकर गोठान निर्माण की मांग
महासमुंद(काकाख़बरीलाल)। ग्राम पंचायत नरसिंगपुर जनपद पंचायत पिथौरा के आश्रित ग्राम जर्रा निवासी वर्तमान सरपंच के ससुर एवं उनके रिश्तेदारों द्वारा बड़े झाड़ के जंगल सहित शासकीय भूमि का अवैध कब्जा कर लिया गया है। सम्बधित पटवारी एवं सरपंच द्वारा शासन को गुमराह किया जा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम जर्रा के ग्रामीणों ने तहसीलदार पिथौरा को एक शिकायत पत्र दिया था कि ग्राम पंचायत नरसिंगपुर के पूर्व सरपंच एवं उनके रिश्तेदारों द्वारा पटवारी हल्का नं. 42 रा.नि.म. पिरदा तहसील पिथौरा जिला महासमुंद में स्थित बड़े झाड़ के जंगल खसरा नं. 138 रकबा 0.25 हे. एवं खसरा नं. 147 रकबा 0.42हे. कुछ भागों पर कब्जा किया गया है। शिकायत पत्र की जांच दिनांक 14 जुलाई 2020 को सम्बधित हल्का पटवारी द्वारा जांच की गई। शिकायतकर्ताओं के समक्ष जांच किया गया जिसमें सरपंच के ससुर नरसिंग पिता पितबासो द्वारा खसरा नं. 138 रकबा 0.25हे. बड़े झाड़ जंगल की भूमि, पितबासो पिता नान्हू द्वारा खसरा नं.147 रकबा 0.42हे. घास भूमि को कब्जे कर लिया गया है। उसी प्रकार दामोदर पिता मुनुदाऊ द्वारा खसरा नं. 138 में कब्जा किया गया है। खसरा नं. 146 एवं 147 में 0.55हे. घास भूमि को सरपंच के रिश्तेदार सहित अन्य 5 लोगो ने कब्जा किया जाना पाया गया है।
उपरोक्त भूमि की जांच कर हल्का पटवारी द्वारा जांच प्रतिवेदन तहसीलदार पिथौरा को भेजा जा रहा है। ज्ञात हो कि अवैध कब्जाधारी की बहू जो कि वर्तमान सरपंच ग्राम पंचायत नरसिंगपुर है तथा हल्का पटवारी द्वारा शासन को अंधेरे में रख कर गोठान निर्माण हेतु शासकीय भूमि नहीं होने की बात की जा रही थी। ग्रामीणों ने शासन से मांग की है कि वर्तमान सरपंच के रिश्तेदारों द्वारा कब्जाई गयी शासकीय भूमि को अतिक्रमणमुक्त कराकर गोठान निर्माण की जावे।
“जांच हुई है, नरसिंगपुर सरपंच के रिश्तेदारों द्वारा अवैध कब्जा किया जाना पाया गया। प्रतिवेदन बना के कल तहसीलदार पिथौरा को प्रस्तुत करूँगी”
श्रीमती तरुणा जांगड़े
पटवारी, हल्का नं. 42