बसना के अनेक गांव में दो दिन से बिजली गुल, ग्रामीण परेशान
प्रकाश सिन्हा, काका ख़बरीलाल महासमुंद/बसना: सरप्लस विद्युत क्षेत्र राज्य में डिजिटल इंडिया को चिढ़ाता हुआ छत्तीसगढ़ राज्य के अनेक गांव। दो से तीन दिन गाँवो में बिजली गुल होना आम बात है। दरसल हम सरप्लस विद्युत क्षेत्र छत्तीसगढ़ राज्य के महासमुंद जिले के बसना क्षेत्र में बिजली समस्या की बात कर रहे जिससे हर वर्ग के लोग परेशान है।
हल्की बारिश क्या हुआ नहीं कि पूरा गांव ब्लैक आउट हो जाता है। इन दिनों बिजली गुल होना स्वभाविक हो गया है। शहर में 4 से 5 घंटा बिजली कटौती करना आम बात है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में 3 से 4 दिन तक बिजली गुल रहती है।
बिजलीकर्मियों को पूछने पर आगे से बंद है का रटा-रटाया जवाब हाजिर रहता है। बसना क्षेत्र में बिजली कब आएगी और कब गुल होगी यह कोई बता नहीं सकता। जबकि बिजली विभाग के अधिकारी अपने मोबाइल को स्वीच ऑफ कर कर्तव्य की इतिश्री कर देते हैं। बसना सहित ग्रामीण क्षेत्रों में अघोषित बिजली कटौती से हर वर्ग के लोग परेशान हैं। छत्तीसगढ़ राज्य में सरप्लस बिजली के दावे झूठी नजर आ रही हैं। बसना के साथ-साथ अनेक ग्रामीण अंचलों में दो दिन से बिजली गुल है। वहीं बसना अंचल के वाट्सऐप ग्रुप में बरडीही (मोहका) निवासी सरपंच संघ के अध्यक्ष संजय भोई ने बताया कि हल्के बारिश और हवाओं के चलने भर से बिजली गुल करना बिजली कर्मचारियों की आदत बन गई है। वही बरडीही गांव में कल रात से बिजली बंद है। डोंगरीपाली निवासी बोधराम ने बताया कि गांव की बिजली बंद हुए तीसरे रात गुजरने वाली है लेकिन विद्युत का अता-पता नहीं ना जाने कब बिजली आएगी।
लालटेन और चिमनी के सहारे ग्रामीण
बसना क्षेत्र के अनेक गाँवो में दो दिन तक बिजली बंद रहने से आज भी आधुनिक युग मे लोग लालटेन और चिमनी के सहारे ग्रामीणों को रातजगा करना पड़ रहा है। वही गांव-शहरों में ब्लैक आउट रहने से मच्छरों का आतंक बढ़ जाता है। लेकिन इंवेटर के बिजली और ऐसी में रहने वाले नेता एवं अधिकारी भला ग्रामीणों की समस्या को थोड़ी समझ पाएंगे। वही विपक्ष भी सरप्लस विधुत मामले में आंख बन्द कर चुप्पी साध ली है।