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इस सरकारी स्कूल में शिक्षक की कमी से 18 दिनों से है स्कूल बंद, स्कूल बंद रहने से 65 बच्चों का भविष्य हुआ अंधकारमय…

देवलगढ़ के सरकारी स्कूल में शिक्षक की कमी से 18 दिनों से स्कूल बंद

बीते वर्ष पूरे साल भर तक एक शिक्षक की की गई थी व्यवस्था

व्यवस्था में रखे गए शिक्षक मूल शाला में वापस होने से स्कूल में हुई तालाबंदी

शुकदेव वैष्णव, राजधानी ब्यूरो/काकाखबरीलाल: एक तरफ छत्तीसगढ़ शासन शिक्षा का अधिकार कानून लागू कर सभी बच्चों को शिक्षा का मौलिक अधिकार दिलाने शाला प्रवेश उत्सव मनाने का ढिंढोरा पीट रही है वहीं दूसरी और दूरदराज के गांव के स्कूलों में एक भी शिक्षक नहीं होने से तालाबंदी की स्थिति उत्पन्न हो रही है. जिससे छोटे-छोटे बच्चों के शिक्षा प्राप्त करने के मौलिक अधिकार का शिक्षा विभाग स्वयं खुल्लम खुल्ला उल्लंघन कर रही है .इसका ताजा उदाहरण बसना विकासखंड एवं पिथौरा विकासखंड के सीमा क्षेत्र के ग्राम देवलगढ़ का शासकीय प्राथमिक शाला है जहां विद्यालय में अध्ययनरत 65 बच्चे शिक्षा प्राप्त करने के मौलिक अधिकार से वंचित हो रहे हैं देवलगढ़ के शासकीय प्राथमिक शाला में 1 साल पूर्व 3 शिक्षक थे. लेकिन एक एक शिक्षक के बारी-बारी से स्थानांतरण हो जाने के कारण विद्यालय शिक्षक विहीन हो गया. बीते वर्ष पूरे 1 साल तक एक शिक्षक की व्यवस्था की गई थी. नए शिक्षा सत्र से व्यवस्था मैं कार्यरत शिक्षक के मूल शाला में वापस चले जाने से 16 जून 2018 से देवलगढ़ का प्राथमिक शाला पुनः शिक्षक विहीन हो गया. जिससे स्कूल में तालाबंदी की स्थिति निर्मित हो गई।

स्कूल बंद रहने से 65 बच्चों का भविष्य हुआ अंधकारमय

बसना बिलाईगढ़ मार्ग पर ग्राम झगरेनडीह के होटल में स्वल्पाहार के लिए जब यह काका खबरीलाल संवाददाता रुका तब देवलगढ़ के ग्रामीणों ने बताया की झगरेनडीह से मात्र डेढ़ किलो मीटर के की दूरी पर स्थित देवलगढ़ के शासकीय प्राथमिक शाला साला में बीते 16 जून से एक भी शिक्षक नहीं होने के कारण स्कूल बंद है .गांव के लोग शिक्षक की मांग कर थक चुके हैं लेकिन सरकार ध्यान नहीं दे रही है ग्रामीणों की बात सुनकर जब यह काका खबरीलाल के संवाददाता ग्राम देवलगढ़ पहुंचा तब आज दोपहर 2:30 स्कूल के आहता के अंदर मात्र 4 स्कूली बच्चे खेलते हुए नजर आए. जब स्कूली स्कूली बच्चों से पूछा गया तब बच्चों ने बताया कि 16 जून से 30 जून तक गांव का एक गुरुजी एक घंटा के लिए आता था और स्कूल चला जाता था लेकिन 1 जुलाई से 3 जुलाई तक 3 दिन से कोई भी गुरुजी के नहीं आने के कारण स्कूल में 3 दिन से ताला लटका हुआ है .बच्चे सुबह आते हैं और मध्यान्ह भोजन कर घर चले जाते हैं कुछ ही समय बाद गांव के ग्रामीण धीरे धीरे स्कूल आना प्रारंभ किए . काका खबरीलाल ने स्कूल बंद होने के बारे में ग्रामीणों से पूछा तब ग्रामीणों ने बताया कि 1 साल पूर्व इस विद्यालय में 65 से 70 बच्चे पढ़ते थे तथा 3 शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी. तीनों शिक्षकों की अन्य जगह स्थानांतरण हो जाने से देवलगढ़ स्कूल शिक्षक विहीन हो गया. गांव के लोगों ने जब एक भी शिक्षक नहीं होने पर आवाज उठाया तब गांव के ही शिक्षक करन बंजारा को व्यवस्था में लगाया गया . पूरे 1 साल तक व्यवस्था में लगाए गए शिक्षक के भरोसे स्कूल का संचालन हुआ. एक ही शिक्षक के भरोसे 65 – 67 बच्चों की पढ़ाई ठीक से नहीं होने के कारण पांचवी पढ़ने वाले छात्र भी किताब नहीं पढ़ पा रहे हैं. जैसे ही नया शिक्षा सत्र 16 जून 18 से प्रारंभ हुआ. व्यवस्था में लगाए गए शिक्षक भी मूल शाला में चला गया. जिससे विद्यालय शिक्षक विहीन हो गया. 16 जून से 3 जुलाई तक 18 दिन से शिक्षक नहीं होने के कारण स्कूल बंद है।

शासकीय प्राथमिक शाला देवलगढ़ के शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष संतराम परमार,ग्रामीण सुरेश प्रधान, उपाध्यक्ष राजेश प्रधान ,तमाल चरण प्रधान एवं श्रीमती जानो बाई ने बताया कि स्कूल में शिक्षकों की कमी से शिक्षा विभाग के अधिकारियों एवं बसना विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्रीमती रूपकुमारी चौधरी को अनेक बार अवगत कराया जा चुका है पूरे 1 साल से शिक्षक की नियुक्ति करने का आश्वासन देते रहे .लेकिन शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो पाई .इस वर्ष 16 जून से प्रारंभ नए शिक्षा सत्र से एक भी शिक्षक की नियुक्ति नहीं होने पर विद्यालय शिक्षक विहीन हो गया है तथा गांव के 65 बच्चों का भविष्य अंधकार में हो गया है. शिक्षक की नियुक्ति हेतु शिक्षा विभाग एवं शासन प्रशासन कई बार अवगत करा चुके हैं लेकिन प्रशासन बिल्कुल ध्यान नहीं दे रही है. शासकीय प्राथमिक शाला देवलगढ़ में 1 जुलाई से 3 जुलाई तक स्कूल पूर्णतः बंद हो जाने के बारे मेकाका खबरीलाल ने पिथौरा के विकास खंड शिक्षा अधिकारी के के ठाकुर से जानकारी लिया तब विकास खंड शिक्षा अधिकारी ने बताया कि देवलगढ़ के शासकीय प्राथमिक शाला में जिस शिक्षक की व्यवस्था की गई थी उसे नियमानुसार मूल शाला में वापस जाना होता है. मूल शाला में उक्त शिक्षक के वापस हो जाने से स्कूल में बंद हो गई होगी . कल ही शिक्षक की व्यवस्था की जाएगी. इस संबंध में जब जिला शिक्षा अधिकारी महासमुंद बी एल कुर्रे से काका खबरीलाल ने वर्जन लेने का प्रयास किया तब जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि शासकीय प्राथमिक शाला देवलगढ़ में शिक्षक की कमी के कारण शाला बंद होने की जानकारी उन्हें अभी तक नहीं है. विकास खंड शिक्षा अधिकारी से जानकारी लेकर उक्त विद्यालय में कल ही शिक्षक की व्यवस्था की जाएगी .तथा उक्त विद्यालय के लिए शासन से शिक्षक की परमानेंट नियुक्ति हेतु पत्र व्यवहार किया जाएगा.।

काका खबरीलाल

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