सरायपाली : फुलझर अंचल में केवल ड्युज गेंद क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन होगा
फुलझर क्रिकेट संघ आगामी सीजन से कार्क बाल क्रिकेट प्रतियोगिता का फार्मेट हमेशा के लिए बंद कर रहा है। इसके स्थान पर केवल ड्युज गेंद क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन होगा। अंचल में प्रतिवर्ष लगभग 15-20 टूर्नामेंट होते हैं। अब उसमे केवल ड्युज गेंद क्रिकेट स्पर्धा होगा। सभी 48 क्रिकेट टीमों को उसी अनुरुप अपनी टीम को तैयार करने की अपील की गयी है। यह निर्णय विगत दिनों बगईजोर रामचंडी महाविद्यालय तथा खैरमाल में आयोजित बैठक में लिया गया। फुलझर क्षेत्र में पीसीएस से जुड़े टीम अब ड्युज गेंद क्रिकेट प्रतियोगिता पर अपना खेल दिखायेंगे।
बैठक की जानकारी देते हुए पीसीएस के नवनियुक्त सचिव चुड़ामणि साहू केंदूढार ने बताया कि विगत 22 वर्षों के बाद ड्युज बाल क्रिकेट को पूरी तरह अपनाया गया है। इसके पूर्व भी प्रतिवर्ष दो तीन टूर्नामेंट होते थे लेकिन वह प्रर्याप्त नहीं था। इसके लिए खेल संचालन हेतु पीसीएस नियमावली में भी बदलाव किया गया। सभी टीमों को अभ्यास के लिए मेट भी निशुल्क प्रदान की जायेगी। दूसरे प्रदेशों, जिलों के टीमों को बुलाकर प्रतियोगिता में शामिल करने हेतु नियम तय किये गये। जो खिलाड़ी वह टीम पीसीएस से बाहर थे उनको शामिल करने का भी निर्णय लिया गया।
पीसीएस चौलेंजर ट्रॉफी अंतिम टूर्नामेंट
कार्क बाल क्रिकेट की अंतिम प्रतियोगिता पीसीएस चौलेंजर ट्रॉफी क्रिकेट ग्राम कुसमीसरार में 12 मार्च से शुरू होगी। जिसमें पीसीएस से जुड़े वरियता प्राप्त 16 टीम भाग लेंगी। अगले वर्ष यह टूर्नामेंट अब ड्युज गेंद से खेला जायेगा। इस टूर्नामेंट का विजेता ट्राफी बिरसिंगपाली बसना के निवासी रहे स्व. जगबंधु भोई की स्मृति में उमाशंकर भोई के द्वारा तथा मैन आफ द टूर्नामेंट का ट्राफी स्व. विराट भोई की स्मृति में उनके सुपुत्र प्रदीप भोई जंगलबेड़ा के द्वारा दिया जाता है।