उद्यानिकी विभाग द्वारा अनुदान पर मिले पल्वराईजर मशीन से सुधरी किसान की आर्थिक स्थिति
मसालों की खेती से अब हमारी आय में दोगुने से भी अधिक की वृद्धि होने लगी है। हमारी आर्थिक स्थिति सुधरी है। जिससे जीवनशैली में भी सकारात्मक बदलाव आए है साथ ही हम अपने परंपरागत् खेती को व्यावसायिक खेती करने में सक्षम हुए है। यह कहना है तिल्दा विकासखंड के ग्राम फरहदा के किसान पवन चन्द्राकर का। कृषक चन्द्राकर ने बताया कि उनके पास लगभग 2 हेक्टेयर रकबे की खुद की जमीन है तथा12 एकड़ लीज पर लेकर खेती करते है। 3 एकड़ में धनिया, 1 हेक्टेयर में हल्दी और 2 एकड़ में मिर्ची का उत्पादन किया जा रहा है। श्री चन्द्राकर गेहु और धान की भी खेती करते है।
कृषक ने बताया कि पूर्व में धनिया को 40 रूपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से खुले बाजार में विक्रय करते थे किन्तु अब उद्यानिकी विभाग से अनुदान पर पल्वराईजर मशीन मिलने के बाद हल्दी, मिर्ची, धनिया की पिसाई कर दोगुने-तीगुने राशि पर विक्रय कर लाभ अर्जित किया जा रहा है। जिनसे उनके आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है।
उन्होंने बताया कि उनके कृषक साथी अब मसालों की खेती के लिए प्रोत्साहित हो रहे है। किसान अब मसालों की खेती करने लगे है। स्थानीय लोगों के आवश्यकता के अनुरूप मसालों की खेती कर मुनाफा अर्जित कर रहे है। उन्होंने उद्यानिकी विभाग से पल्वराईजर मशीन के लिए मिले अनुदान के लिए अपना आभार जताया है।