शहर में कानफोड़ू शोर से फूटा आक्रोश, मांगी कलेक्टर-एसपी बंगले के पास रातभर डीजे बजाने की अनुमति
शहर में कानफोड़ू डीजे सिस्टम से त्रस्त लोग अब कलेक्टर और एसपी के बंगलों के पास डीजे बजवाना चाहते हैं। इसके लिए कलेक्टर और एसपी को आवेदन देकर अनुमति मांगी गई है। अगर आदेश हुआ तो वीवीआईपी जोन कहे जाने वाले इलाके में भी देर रात तक डीजे का धमाल होगा। 19 दिसंबर को लोग डीजे में थिरकेंगे। इसी तारीख के लिए अनुमति मांगी गई है। दरअसल देर रात तक डीजे बजने से परेशान पीड़ितों ने पत्र लिखकर यह अनुमति चाही है। पीड़ितों का कहना है, शहर में कई जगहों पर देर रात तक डीजे बज रहे हैं। सुबह 4 बजे तक डीजे का शोर है, लेकिन इसकी गूंज जांच अफसरों को सुनाई नहीं देती, इसलिए अब कलेक्टर और एसपी के बंगलों के पास रातभर डीजे बजवाने की अनुमति दी जाए। 13 दिसंबर को कलेक्टर को सौंपे पत्र में कहा गया है कि 12 दिसंबर की शाम से नवा रायपुर के राखी गांव में आयोजकों ने सुबह 4 बजे तक डीजे बजवाया। नियम विरूद्ध डीजे संचालन के बाद बारे में पीड़ितों ने डायल 112 को सूचना देते हुए इसे बंद कराने की गुहार भी लगाई, लेकिन डायल 112 में मौजूद अफसरों ने कह दिया कि परमिशन है इसलिए वहां डीजे बजाया जा रहा है। इसकी सूचना जिला प्रशासन के संबंधितों को देने पर वहां से भी जवाब दिया गया कि कलेक्टोरेट से मिली अनुमति के बाद डीजे बजा रहे हैं। अब इसी नियम का हवाला देकर पीड़ितों ने कलेक्टर के नाम चिट्ठी लिखते हुए डीजे बजाने के लिए अनुमति मांगी है। कलेक्टर से अनुमति मांगने वालों में सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. राकेश गुप्ता, जीवेश पांडे, हरजीत जुनेजा, विश्वजीत मित्रा, ओमप्रकाश ओझा, विनयशील, उमाप्रकाश, मंजीत कौर बल और मनीष पटेल के नाम शामिल हैं। मनीष पटेल ने एसपी से अनुमति मांगने आवेदन सौंपने की पुष्टि की है। रात दस बजे के बाद नियम की अनदेखी जिला प्रशासन ने शहर में रात दस बजे तक ही डीजे बजाने की अनुमति तय कर रखी है। इसके लिए मैरिज स्थलों और दूसरे कार्यक्रम स्थलों के लिए सख्त नियम लागू किया है। इसके बावजूद नियमों की अनदेखी चल रही है। कई बार शहर में भी इसे लेकर शिकायतें दर्ज कराई जा चुकी है। डीडी नगर क्षेत्र से ही कुछ लोगों ने देर डीजे के शोर से होने वाली परेशानियों को रिकार्ड करके वायरल किया था। फिर भी डीजे के कानफोड़ू शोर से स्थानीय लोगों को राहत नहीं मिल सकी।