काकाखबरीलाल/राजनीती । छत्तीसगढ़
‘बहुत हुई मेंहगाई की मार -अबकी बार मोदी सरकार’ जैसे लुभावने स्लोगन के सरह प्रचार कर सत्ता में आई भाजप सरकार को आमजनता से वास्तव में कोई सरोकार नही है यह सरकार द्वारा किये जा रहे नित नए प्रयोगों से साबित हो रहा है. बढ़ते पेट्रोल/डीज़ल के दाम व गैस सिलेंडर के मूल्य में वृद्धि के बाद शिवसेना के राज्य सचिव ठा. दिनेश सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करके सरकार पर जोरदार हमला बोला है.
उन्होंनेआरोप लगाया हैकि भाजपा सरकार बिना सोचे समझे प्रायोगिक तौर पर किसी भी योजना को आरंभ कर रही है तो पूर्व से संचालित योजनाओं में फेरबदल करके उसे अमली जामा पहनाने से भी पीछे नही है. चाहे नोटबन्दी हो, या युवाओ को रोजगार देने की बात, किसान हितों की चर्चा हो या कश्मीर का मुद्दा उन्होंने आमजनता को सताने का आरोप लगाते हुए भाजपा को देश के लिए असंवेदनशील पार्टी करार दिया है.
अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में क्रूड ऑइल के कच्चे दामों में कमी के बाबजूद भी सरकार के विभिन्न प्रकार के टेक्स के चलते पेट्रोलियम के दामों में लगातार अप्रत्याशित वृद्धि मोदी सरकार के आर्थिक निती की पोल खोलती है.
मोदी सरकार में सिर्फ उनके ख़ास व्यवसायियों को ही फायदा मिला है इसके अतिरिक्त देश की आमजनता पूरी तरह से सौतेले व्यवहार से त्रस्त है.
जहां इन्हें हिंदुस्तान के मुकुट कहे जाने वाले काश्मीर पर अघोषित पाकिस्तानी कब्जे को सत्ता बचाने के लिए स्वीकार करना इनकी देशभक्ति को साबित करने के लिए काफ़ी है.
पिछले एक महीने से पेट्रोलियम पदार्थ में प्रतिदिन वृद्धि से आमजनता समेत भाजप के कार्यकर्ता भी परेशान हैं क्योंकि मंहगा पेट्रोल/डीज़ल उन्हें भी खरीदना ही पड़ता है, बस स्वामी भक्ति के चलते तकलीफ़ को छुपाये बैठे हैं, लेकिन उन्हें यह समझना बहुत ही जरूरी हैकि किसी मर्ज़ को ज्यादा समय तक छुपाये रखने और तकलीफ़ के बारे में चिकित्सक को न बताने पर लाईलाज नासूर बन जाया करते हैं जिसका खामियाजा स्वयं को भुगतना पड़ता है.
चौतरफा विरोध को देखते हुए भाजपा सरकार के पेट्रोलियम मंत्री ने पहले प्रयोग के तौर पर 1 पैसे व इसके लिए हंसी का पात्र बनने पर 9 पैसे की कमी किया. लेकिन इस 9 पैसे की वसूली का दूसरा रास्ता रसोईघरों से निकालते हुए बिना पूर्व सुचना के 85₹ प्रति गैस सिलेंडर के दाम में वृद्धि करके कर लिया.
शिवसेना ने सरकार के इस दोहरी नीति पर निशाना साधते हुए साफ़ कहा हैकि अगर सरकार को आमजनता की थोड़ी सी भी फ़िक्र है तब पेट्रोलियम पदार्थों पर लगाये गए केंद्रीय व स्थानीय सरकार द्वारा उजूल – फ़िज़ूल करो को कम देना चाहिए साथ ही पेट्रोलियम पदार्थों को सरकारी नियंत्रण में रखा जाना चाहिए.
गौरतलब होकि पेट्रोल/डीज़ल या गैस के दामों में इस तरह के वृद्धि से देश के आम नागरिकों की ही तरह मध्यम वर्गीय भाजपा समर्थक भी परेशान हैं परंतु सत्ता समर्थक होने के नाते तकलीफ़ बयां नही कर रहे हैं.
ठा. दिनेश सिंह द्वारा सरकार के खिलाफ़ मेंहगाई के विरोध में प्रदर्शन की चेतावनी जारी किया गया है. गौरतलब होकि ठा. दिनेश सिंह को शिवसेना द्वारा खैरागढ़ विधानसभा से विधानसभा प्रत्याशी के रूप में अधिकृत कर लिया गया है.