DEO ने तीन शिक्षकों को किया निलंबित…. जानिए क्या है मामला
छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में डीईओ ने तीन शिक्षक को निलंबित कर दिया है. डीईओ ने अलग-अलग मामले में तीनों शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई किया है. दो शिक्षक ने रेस्टहाउस में जमकर तोड़फोड़ किया था और एक शिक्षक शराब के नशे में ड्यूटी कर रहा था. एसडीएम और बीईओ ने मामले की जांच किया. जिसके बाद कलेक्टर के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी ने निलंबन आदेश जारी किया. दरअसल पहला मामला लोरमी ब्लॉक के लाखासार शासकीय स्कूल का है, जहां पर लंबे समय से पदस्थ शासकीय शिक्षक कन्हैयालाल पनागर शराब के नशे में धुत होकर लड़खड़ाते हुए स्कूल पहुंचा था. वहीं बीते दिनों लोरमी नगर पंचायत क्षेत्र अंतर्गत पीडब्ल्यूडी के शासकीय विश्रामगृह में कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष मेन कुमार भार्गव समेत दो अन्य सहयोगी शिक्षक अकत ध्रुव और गिरीश राजपूत पर रेस्टहाउस के कर्मचारियों ने तोड़फोड़ करने का आरोप लगा था.
जिसके बाद तत्काल मामले को संज्ञान में लेते हुए कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष सागर सिंह ठाकुर ने पार्टी की क्षवि को धूमिल करने वाले लोरमी ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष मेन कुमार भार्गव को शोकॉज नोटिस जारी किया. साथ ही समयावधि में संतुष्ट जवाब नहीं मिलने की स्थिति में आगे रिपोर्ट भेजते हुए उनके विरुद्ध भी प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के निर्देश अनुसार कार्रवाई करने की बात कही है. इसके अलावा तोड़फोड़ मामले में कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष सहित दो अन्य लोगों के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज कर लिया गया है. मुंगेली जिले के शिक्षा अधिकारी सतीश शर्मा ने शराब के नशे में धुत स्कूल पहुंचने वाले शिक्षक सहित तोड़फोड़ मामले की जांच कराया गया. जिसमें दोनों शिक्षकों को दोषी पाए गए. जिस कारण जांच रिपोर्ट के अनुसार दोनों संलिप्त शिक्षक अकत ध्रुव और गिरीश राजपूत के खिलाफ भी निलंबन की कार्रवाई की गई है. तीनों शिक्षक अलग-अलग स्कूलों में पदस्थ हैं. निलंबित शिक्षकों का निलंबन अवधि में मुख्यालय बीईओ कार्यालय रहेगा.