छतीसगढ़ के राजू ने कायम की मिसाल जरूरतमंद लोगों को फ्री में ऑक्सीजन देकर कर रहे मदद
(बीजापुर). छत्तीसगढ़ में ऑक्सीजन की भारी किल्लत है. इसके अभाव में कोरोना मरीजों की जान जा रही है. प्रदेश के कई जिलों से बदइंतजामी की तस्वीरें सामने आ रही है. कोरोना संक्रमित मरीजों को अस्पताल में बेड मिल रहा है. ऑक्सीजन नहीं मिल रही है. ऐसे समय में बीजापुर के ‘ऑक्सीजन मैन’ राजू लोगों के लिए मिसाल बनकर सामने आए हैं. कोरोना महामारी के इस दौर में अपने बेगाने हो जाते हैं, लेकिन पराए बहुत कुछ कर जाते हैं. उन्हीं में से एक राजू हैं.नगर के एल्डरमेन राजू गांधी ने कोरोना संकट के बीच मानवता की मिसाल पेश की है. समाज सेवी राजू गांधी पहले से ही जरूरतमंदों की मदद करते आए हैं. कोरोना महामारी में भी लोगों को बचाने मदद के लिए आगे आए हैं. उन्हें जैसे पता चला कि शहर में ऑक्सीजन की कमी के चलते लोगों की मौत हो रही है. उन्होंने फौरन खुद के खर्चे पर मुंबई से एक ऑक्सीजन मशीन खरीद ली. जिससे जरूरतमंदों की मदद कर सके.एल्डरमेन राजू गांधी बतातें हैं कि उन्होंने मुंबई से एक ऑक्सीजन मशीन खरीदी है. इस मशीन में 250 एमएल पानी से 2 घण्टे का ऑक्सीजन तैयार होता है. मशीन के जरिए वे जरूरतमंदों को ऑक्सीजन मुहैया करा रहे है, वो भी निःशुल्क. जिस किसी शख्स को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ेगी, वो इसे ले सकते हैं. लेकिन उन्हें खुद का ऑक्सीजन मास्क लेकर आना होगा. जिससे संक्रमण का खतरा नहीं रहेगा.
राजू के इस पहल की सभी प्रशंसा कर रहे है. लोगों की माने तो राजू ने ऐसी घड़ी में पहल की है, जब दीगर शहरों में अस्पतालों में मरीज ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी से जूझ रहे है. ऑक्सीजन नहीं मिलने से दम तोड़ रहे हैं. वाकई ये ऑक्सीजन मशीन कई लोगों की जान बचा सकता है. सही वक्त पर जो काम आए वही सच्ची मानवता है.
वहीं इधर स्वास्थ्य विभाग के हवाले से जानकारी मिली है कि कोविड अस्पताल में पर्याप्त संख्या में ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं है. 104 सिलेंडरों की और आवश्यकता है. बहरहाल राजू गांधी ने मशीन की जानकारी भी स्वास्थ्य विभाग को दे दी है. जरूरतमंद लोग उनके पास पहुंचने भी लगे है.
बता दें कि छत्तीसगढ़ में शनिवार को कोरोना के रिकॉर्ड 16 हजार 83 मरीजों की पहचान हुई थी. कोरोना से 138 लोगों ने जान गंवाई थी. हालांकि 9 हजार 79 लोगों को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किया गया था. अब तक प्रदेश में 3 लाख 96 हजार 357 मरीजों को इलाज के बाद डिस्चार्ज किया जा चुका है. मौत का आंकड़ा 5 हजार 738 पहुंच गया है. प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या 1 लाख 30 हजार 400 है.