‘नगद संगवारी’ को मिली राष्ट्रीय पहचान
( बलौदाबाजार काकाखबरीलाल).
केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित पेंशन योजनाओं में भुगतान प्रक्रिया में सरलता लाने के उद्देश्य से जिला कलेक्टर कार्तिकेय गोयल के मार्गदर्शन में घर पहुंच पेंशन सेवा ’नगद संगवारी’ परियोजना की शुरूआत की गई है। जिला बलौदाबाजार अगस्त 2019 में पेंशन योजनाओं में घर पहुच पेंशन सेवा प्रदाय करने वाला राज्य का प्रथम जिला बनने का गौरव प्राप्त किया है। राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संरचना हैदराबाद में गत दिवस इनफॉमेशन कम्यूनिकेशन एवं टेक्नॉलाजी विषय पर आयोजित राष्ट्रीय सेमीनार में जिला बलौदाबाजार के ’नगद संगवारी’ परियोजना नें छत्तीसगढ़ राज्य का प्रतिनिधित्व किया। पेंशन जैसी हितग्राही मूलक एवं सवेदनशील योजना में डिजीटल माध्यम से भुगतान प्रक्रिया में नये परिवर्तन की राष्ट्रीय स्तर पर सराहना की गई। पंचायत एवं ग्रामीण विकास छत्तीसगढ़ की ओर से चयनित ’नगद संगवारी’ प्रोजेक्ट की टीम का प्रतिनिधि दिलीप अग्रवाल संयुक्त आयुक्त पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा किया। नगद संगवारी’ प्रोजेक्ट का प्रस्तुतीकरण बलौदाबाजार जिले की अधिकारी श्रीमती आशा शुक्ला उपसंचालक समाज कल्याण, भीष्म सोनी लेखा अधिकारी जिला पंचायत और संदीप साहू ई-डिस्ट्रिक मैनेजर द्वारा किया गया। राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान हैदराबाद में आयोजित हुए पांच दिवसीय सेमीनार में लगभग 19 राज्यो के प्रतिनिधि शामिल हुये। प्रोग्राम डायरेक्टर जी.वी. सत्यनारायण ने टीम ’नगद संगवारी’ को पेंशन भुगतान प्रक्रिया में नये परिवर्तन, सरलीकरण एवं पारदर्शिता लाने के लिए जिला प्रशासन बलौदाबाजार बधाईयां दी एवं बेहतरीन प्रस्तुतीकरण के लिये टीम ’नगद संगवारी’ बलौदाबाजार छत्तीसगढ़ के सदस्यो को प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया। सेमीनार में उपस्थित राज्यों जैसे असम, जम्मू एवं कश्मीर, अंडमान निकोबार ने भी जिले की इस अभिनव पहल की प्रशंसा करतेे हुए अपने राज्यों में भी उपयोग में लाने हेतु रूचि दिखाई है। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आशुतोष पांडे के नेतृत्व में जिले के समस्त विकास खण्डों एवं नगरीय निकायों में ’नगद संगवारी’ पेंशनधारियों को घर पहुंच नगद पेंशन भुगतान कर रहे है। जिले में इस अभिनव प्रयास सें बुजुर्ग, अतिवृद्व एवं दिव्यांग पेंशनधारियों को पैसा निकालने के लिए बैंक तक आने-जाने में होनें वाली व्यवहारिक दिक्कतों से छुटकारा मिला है। इसके साथ ही उनके समय एवं धन की बचत हुई है। घर पहुंच पेंशन प्रदाय करने वाले युवक एवं युवतियों को भी रोजगार के नये अवसर मिले हैं। साथ ही प्रत्येक भुगतान से प्राप्त होने वाले कमीशन के रूप में आमदनी का अतिरिक्त जरिया भी प्राप्त हुआ है। उप संचालक समाज कल्याण बलौदाबाजार आशा शुक्ला ने बताया की जिले में लगभग 1 लाख 5 हजार से ज्यादा पेंशनधारी घर पहुंच पेंशन सेवा का फायदा उठा रहे हैं। यह प्रोजेक्ट पिछले साल अगस्त में विकासखण्ड बलौदाबाजार सें बतौर पॉयलट प्रोजेक्ट शुरू की गई थी। जिसके बेहतरीन परिणाम को देखते हुए सितम्बर 2019 में संपूर्ण जिले में इसे लागू किया गया है। माह जनवरी 2020 तक लगभग दो करो? पेंशन राशि का भुगतान नगद संगवारी के माध्यम से किया जा चुका है प्रत्येक भुगतान पर को आधा प्रतिशत कमीशन प्राप्त होता है, जिससे उन्हें आय अर्जन का अतिरिक्त स्रोत भी प्राप्त हुआ है। राष्ट्रीय स्तर पर सफल प्रस्तुतिकरण के लिए कलेक्टर कार्तिकेया गोयल एवं जिला पंचायत के सीईओ आशुतोष पाण्डेय ने जिले की नगद संगवारी टीम को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। जिले के सामान्य सेवा केन्द्रो के पंजीकृत ग्राम स्तरीय उद्यमी नगद संगवारी के रूप में सेवा दे रहे हैं। वर्तमान में जिले के सभी 611 ग्राम पंचायतों में 240 नगद संगवारी के रूप में पेशनधारियों को उनके घर पहुंच कर उनके ही बैंक खातों से आधार आधारित भुगतान प्रणाली के माध्यम से पेंशन राशि का नगद भुगतान कर रहेे हैं।
जिला पंचायत के सीईओ आशुतोष पाण्डेय ने कहा कि नगद संगवारी का काम केवल पेंशन भुगतान तक नहीं रहेगा बल्कि अन्य विभागीय योजना जैसे प्रधानमंत्री आवास योजना की सहायता राशि, स्कूली बच्चो की छात्रवृत्ति, आंगनबाड़ी कार्यकताओं एवं सहायिकाओं की मानदेय राशि आदि का भी आधार प्रणाली से नगद भुगतान ’नगद संगवारी’ के माध्यम से किया जावेगा।