तालपुरी-भिलाई हत्याकांड, क्राइम पेट्रोल देख दिया तीहरे हत्याकांड को अंजाम
(भिलाई काकाखबरीलाल).
तालपुरी-भिलाई सहित पूरे प्रदेश में तहलका मचाने वाले तालपुरी तीहरे हत्याकांड का आखिरकार खुलासा हो ही गया। पुलिस की तत्परता से जहां आरोपी धरदबोचा वहीं इस तीहरे हत्याकांड का पर्दाफाश भी हो गया। हत्या की जो मुख्य वजह आरोपी ने बताई वह दिल दहला देने वाला है। कई अपराधिक टीवी सीरियल, फिल्मों को देख-देख आरोपी ने एक जघन्य अपराध की साजिश रची और इसे बकायदा अंजाम भी दिया, लेकिन आखिरकार वह पकड़ा ही गया। तालपुरी हत्याकांड का खुलासा करते हुए एसपी अजय यादव ने बताया कि आरोपी ने अपने आप को मृत साबित करने व अपनी पहली पत्नी व बच्चों के साथ चैन की जिंदगी बिताने के लिए ही सारा षडय़ंत्र रचा था। आरोपी अपनी दूसरी पत्नी व बच्ची को रास्ते से हटाने के लिए कई महीनों से साजिश रच रहा था। इसके लिए उसने अपनी ही कदकाठी के व्यक्ति की तलाश की और सोमवार रात को इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया। एसपी अजय यादव ने बताया कि रवि शर्मा खिजरसरास गया बिहार का रहने वाला है। पेशे से बढ़ई रवि शर्मा ने 2005 में धनबाद की संगीता शर्मा से शादी की थी। संगीता शर्मा से उसके दो बच्चे भी हैं। 2015 में वह बढ़ई काम के लिए रायपुर आया और इस बीच उसकी मुलाकात मंजू सूर्यवंशी से हुई। इनके बीच प्रेम संबंध बना और रवि शर्मा ने अपने पूर्व विवाह की बात छिपाकर मंजू सूर्यवंशी से दूसरी शादी कर ली। मंजू सूर्यवंशी की भी यह दूसरी शादी थी उसकी भी एक 10 साल की बच्ची है। पहले दोनों हुडको में एक किराए के मकान में रहते थेए लगभग साल भर पहले ही तालपुरी के मकान में आए। इस दौरान मंजू सूर्यवंशी को रवि शर्मा के पहली शादी के बारे में पता चल चुका था लेकिन रवि शर्मा मंजू के साथ रहने की बात कर मामले को शांत कर दिया था। इस बीच दोनों को एक बच्ची हुई। एसपी अजय यादव ने बताया कि तालपुरी आने के बाद इनके बीच घर खर्च को दोनों के बीच विवाद होने लगा। एसपी अजय यादव के अनुसार आरोपी ने बताया कि मृतका मंजू उसे आत्महत्या कर फंसाने की धमकी देने लगी थी। रवि शर्मा चाहता था कि मंजू शर्मा व बच्ची को ठिकाने लगा कर राउरकेला में रह रही अपनी पहली पत्नी व बच्चों के पास चला जाऊं। इसके लिए रवि शर्मा ने शानदार साजिश रची। रवि शर्मा अपनी पत्नी व बच्ची के साथ स्वयं को भी मृत साबित करना चाहता था। इस वारदात को अंजाम देने के लिए रवि शर्मा ने क्राइम पेट्रोल व थ्रीलर फिल्में देख कर प्लान बनाया। रवि शर्मा ने सबसे पहले अपनी सही कदकाठी के व्यक्ति की तलाश की। सिविक सेंटर शराब दुकान के पास उसकी मुलाकात रिसाली निवासी एन राजू से हुई। पहले इसने एन राजू से दोस्ती की और साथ में शराब पिया। इसके बाद रवि शर्मा राजू को अपने घर लेकर गया और वहां भी शराब पी। घर पर रवि शर्मा ने पहले खरीदकर रखी हुई नींद की गोलियां शराब में मिला दी जिससे राजू बेहोश हो गया। इसके बाद उसने अपनी पत्नी मंजू को यह कहकर विश्वास में लिया कि राजू हमारे बारे में मेरी पहली पत्नी को बताने की धमकी देकर ब्लैकमेल कर रहा है इसे खत्म करना ही आखिरी रास्ता है। इसके बाद अपनी पत्नी को बेडरूम में भेज दिया। रात 7 बजे रवि शर्मा ने बेहोश राजू के मुंह में टेप चिपकाया और गला घोंटकर मार दिया। इसके बाद रात को अपनी पत्नी को भी नींद की गोलियां मिलाकर पानी पिलाया और बेहोश होने के बाद उसके मुंह पर भी टेप चिपकाकर गला घोंट दिया। रवि शर्मा यहीं नहीं रुका उसने एक साल की अपनी मासूम बच्ची का भी गला घोंटकर मार दिया। इसके बाद रवि शर्मा ने गैस सिलेंडर विस्फोट कराने का प्लान बनाया। इसके लिए रसोई से चूल्हा व सिलेंडर लाया और आग लगा दिया। उसने सोचा सिलेंडर ब्लास्ट हो जाएगा और दोनों शव बुरी तरह झुलस जाएंगे तो पुलिस को यह लगेगा कि दोनों पति पत्नी की मौत हो गई है। वारदात को अंजाम देने के बाद सुबह रवि शर्मा ने सबसे पहले मंजू शर्मा के मोबाइल से आवाज बदलकर मृतका की मां को फोनकर बताया कि उसकी बेटी व दामाद जल रहे हैं आकर बचा लो। इसके बाद व अपनी स्कूटर से दुर्ग स्टेशन पहुंचा और ट्रेन से फरार हो गया। इधर मृतका मंजू के परिजन जब तालपुरी पहुंचे तो दरवाजा से बाहर से बंद था। दरवाजा खोलने पर अंदर का नजारा देख सबके होश उड़ गए। सूचना पर पुलिस पहुंची और मामले की जांच शुरू हुई। पुलिस को पहले लगा कि पति पत्नी झुलस गए हैं लेकिन बात में पता लगा मरने वाला रवि शर्मा नहीं कोई और है। यहीं से पुलिस ने रवि शर्मा को तलाश करना शुरू कर दिया।
हत्या के बाद सबसे पहले मृतका के मोबाइल से ही उसकी मां को फोन कर बताया था कि अपनी बेटी को बचा लो वह जल रही है। इसके बाद पुलिस ने मोबाइल का लोकेशन ट्रेस किया तो अल सुबह उसका लोकेशन रायपुर मिला। इस आधार पर पुलिस को इस बात का अंदाजा हो गया था कि आरोपी भागने की फिराक में है और इस समय किसी ट्रेन में है। इसके बाद पुलिस ने सुबह जाने वाली ट्रेनों की जानकारी ली और राउरकेला जीआरपी से संपर्क कर रवि शर्मा की फोटो भेज दी। राउरकेला में जीआरपी ने घेराबंदी कर ट्रेनों की सघनता से जांच की और रवि शर्मा को दबोच लिया। आरोपी रवि शर्मा ने वारदात को अंजाम देने के बाद खुद को मृत साबित करने कई पैंतरे आजमाए। शव को जलाने सिलेंडर व गैस चूल्हा कमरे में ले गया। आरोपी ने अंदाजा लगाया कि गैस सिलेंडर ब्लास्ट होगा तो शव किसी की पहचान में नहीं आएगा। वहीं आरोपित रवि शर्मा ने दरवाजे पर अपने आप को संजय देवांगन कहते हुए मैसेज लिखा। इसमें उसने लिखा कि मंजू के बारे में बहुत कुछ बताना है। मंजू धोखेबाज है वह चार पांच लोगों को धोखा दे चुकी है। मुझसे कहा शर्मा को मार दो तो मैने शर्मा को मार दिया। उसने मेरा फोटो खींच लिया था इसलिए उसे भी मार दिया। मंजू के साथ उसके घर वाले भी मिले हुए है। अभी उसकी बहनों को भी मारना है। महेश के साथ मिलकर इन लोगों ने मेरे भाई को मारा है। इस तरह आरोपित ने खुद को संजय बताते हुए बचने का तरीका निकाला लेकिन इसमें सफल नहीं हो सका।