नगर पंचायत तुमगांव और प्रशासन की शून्य कार्यवाही से विगत पांच साल से न्याय के लिए दफ्तरों के चक्कर काटता सीनियर सिटीजन
– रूपानंद साव
तुमगांव (काकाखबरीलाल) । नगर पंचायत तुमगांव के वार्ड नंबर 1 के निवासी शिवकुमार यादव जो लगभग 5 सालों से नगर पंचायत CMO, कलेक्टर कार्यालय महासमुन्द के चक्कर काट रहे है। मामला यह है कि पीड़ित शिवकुमार यादव विगत 25 वर्षों से अपने परिवार सहित वार्ड नं 1 तुमगांव में निवासरत है। उनके निवास पर उनके दैनिक निस्तारी व पीने के लिए कुँवा स्थित है। उनके निवास से लगे खाली प्लाट को एक ट्रक ड्राइवर ज्ञान सिंग द्वारा खरीदकर उस पर किराए के उद्देश्य से 7 से 8 लोगो के परिवार हेतु एक कालोनी निर्माण कराया गया एवं उस कालोनी के शौचालय का संयुक्त टैंक पीड़ित शिवकुमार के कुएं से मात्र दीवाल के अहाते से चिपकाकर बनाया गया है। उक्त शौचालय टैंक के रिसाव व प्रभाव में आकर पीड़ित शिवकुमार यादव का कुँवा का पानी पूर्णतः दूषित हो चुका है। जिसमे दुर्गंध आने लगी है।
अनावेदक ज्ञान सिंग द्वारा जब सेप्टिक टैंक की खुदाई का कार्य शुरू किया गया था तब प्रारम्भिक दौर में ही इसकी लिखित सूचना पीड़ित के द्वारा नगर पंचायत तुमगांव के जिम्मेदार पदाधिकारियों को दी गई थी, किंतु उस पर कोई कार्यवाही नही की गई , जो जांच का विषय है।
पुनः जब पीड़ित द्वारा बार बार सेप्टिक टैंक के निर्माण को रोक लगाने के लिए आवेदन प्रस्तुत किया गया तो नगर पंचायत तुमगांव के जिम्मेदार पदाधिकारीयो के मिलीभगत से उक्त टैंक को रेत व अंतिम 1 फ़ीट ऊपरी भाग को मुरुम से ढकवा कर मकान निर्माण का काम पूर्ण करवा लिया गया एवं बाद में उक्त ढंके सेप्टिक टैंक को खुलवा दिया गया। उक्त समस्त बातों की जानकारी/ शिकायत आवेदन व तत्काल कार्यवाही कर सेप्टिक टैंक पर रोक लगवाने हेतु पीड़ित द्वारा समय समय पर सम्बधितो(कलेक्टर, cmo, sdm) की ओर प्रस्तुत की गई। किंतु आज दिनांक तक पीड़ित की समस्या तो दूर, उनके परिजनों के पीने व दैनिक उपयोग हेतु पानी की व्यवस्था तक नही किया गया है।
कैसे हो रही जल की व्यवस्था:- पीड़ित शिवकुमार यादव के परिजन सड़क पार करके बोरिंग से लाते है पीने व दैनिक उपयोग हेतु पानी। पूरा परिवार सुबह, शाम पानी के लिए भागदौड़ करते है।
अनावेदक ज्ञान सिंग द्वारा नगर पंचायत तुमगांव को एक हलफनामा भी प्रस्तुत किया है जिस पर उसने पीड़ित शिवकुमार के कुएं का पानी दूषित होने पर स्वयं को जिम्मेदार होना लेख किया है।
नगर पंचायत तुमगांव के द्वारा पीड़ित शिवकुमार यादव के कुए का जल परीक्षण जिला मुख्यालय से कराया गया है जहां से जल परीक्षण रिपोर्ट में भी जल के दूषित होने का स्पस्ट प्रमाण मौजूद है। फिर भी मुंशीपल act के तहत कोई भी वैधानिक कार्यवाही नही की गई।
पीड़ित द्वारा सूचना के अधिकार के तहत चाही गई जानकारी भी प्रथम अपील से प्राप्तं हो सकी है।
जिसमे पीड़ित के आवेदनों पर कार्यवाही न करने हेतु जिम्मेदार अधिकारी के सम्बन्ध में सत्यापित दस्तावेज प्राप्त कर लिए है।
पीड़ित शिवकुमार यादव के लिए जल व्यवस्था करने की जेहमत न नगर पंचायत तुमगांव ने उठाया और न ही अनावेदक ज्ञान सिंग ने। प्रशासन से भी विगत 5 वर्षों में न्याय प्राप्त नही हो सका है जो न्याय व्यवस्था पर प्रश्न खड़े करता है। जहां एक ओर शाशन सीनियर सिटीजन के लिए तमाम सुविधाए उपलब्ध कराकर उनके सम्मान की बात कहती है वही दूसरी ओर ये जमीनी स्तर की बाते कुछ और ही बया करती है। आज जनदर्शन में उपस्थित होकर पीड़ित ने पुनः आवेदन प्रस्तुत किया है तथा अगर पखवाड़े भर बाद भी यहां से न्याय न मिलने पर *मुख्यमंत्री जन चौपाल* में गुहार की बात कहि है।