बाजारों में राखियों की दुकानें सज गई हैं, मनपसंद राखियों की खरीद के लिए दुकानों पर उमड़ रही है भीड़
काकाखबरीलाल पिरदा:-भाई व बहन के प्यार व विश्वास का प्रतीक रक्षाबंधन का धागा भी अब आधुनिकता की चमक-दमक में रंगा नजर आने लगा है। हालांकि भाई-बहिन का प्रेम राखी की कीमत से नहीं आंका जाता। बावजूद इसके हर बहन यह सोचकर राखियों की खरीद में जुटी है कि भाई की कलाई पर उसका प्यार राखी के रूप में सज सके। एक जमाना था जब मात्र सूत के धागे की ही राखियां बांधी जाती थी, पर समय के बदलाव के साथ यह रस्म भी जमाने के साथ बदल गई है। जिले के बाजारों में राखियों की दुकानें सज गई हैं।अधिकांश राखियां बाहर भेजे जाने को लेकर भी बहनें पहले से ही मनपसंद राखियां खरीदने में जुटी हैं। जिससे की भाईयों को बहनों का प्यार समय पर मिल सके। हालांकि महंगाई का असर राखियों पर भी देखने को मिल रहा है। इनमें डोरेमन, बाहुबली, चूड़ा राखी, ब्रासलेट समेत कई प्रकार राखियां शामिल है।पिरदा के राखी विक्रेता नरेन्द्र नायक और नरेन्द्र प्रधान ने बताया कि इनमें जरी व डोरी राखी की मांग अधिक है। इसमे अलावा ब्रासलेट राखी भी खूब बिक रही है।