पूरा महासमुंद जिला ओडीएफ घोषित हो गया,उपराष्ट्रपति के हाथों पुरस्कार भी ले लिया लेकिन कमाल की बात है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने मकानों में शौचालय नहीं बने हैं
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ताजा मामला बसना ब्लॉक विकासखण्ड का है जहां प्रधान मंत्री आवास कही और बन रहा है और स्वच्छ भारत मिसन का सौचालय कही और बना है
शौचालय निर्माण के नाम पर एक और धांधली सामने आ रही है। पंचायत खुद हितग्राहियों के यहां शौचालय बनवा उन्हें खुद के पैसे से बनाने यह कहते हुए रीट रही है कि शौचालय का पैसा आवास के साथ ही आया है
रिपोर्टर हेमंत वैष्णव –
बसना – वर्तमान में केंद्र सरकार की दो महत्वपूर्ण योजनाएं हैं स्वच्छता अभियान और प्रधानमंत्री आवास योजना और स्वच्छता अभियान में मुख्यतः शौचालय निर्माण है किन्तु सोचिए जब प्रधानमंत्री आवास में ही शौचालय न हो तो क्या स्थिति होगी,ऐसी स्थिति में दोनों योजनाएं अधूरी है स्वच्छता अभियान भी और प्रधानमंत्री आवास भी,ये भी सच है कि ऐसा हो भी रहा है और यह स्थिति है छत्तीसगढ़ के सबसे भ्र्ष्ट जिला महासमुंद की जहां प्रधानमंत्री आवासों में शौचालय ही नही बने हैं,प्रत्येक गांव पंचायत में अधूरे और घटिया शौचलायों की बात तो किसी से छिपी नहीं है किंतु प्रधानमंत्री आवास में शौचालय का न होना किसी आश्चर्य से कम नहीं।गौरतलब है कि पूरा महासमुंद जिला ओडीएफ घोषित हो चुका है और उपराष्ट्रपति के हाथों पुरस्कार भी के लिया है,जिले को फर्जी ओडीएफ घोषित करने संबंधी कई शिकायत हो चुकी हैं और बार बार यह प्रमाणित भी हुआ है किंतु शासन प्रशासन ने झूठी वाह वाही लूटने के लिए किसी भी शिकायत पर ध्यान नहीं दिया। घटिया और अधूरे शौचलायों की बात सामने तो आ ही रही थी अब प्रधानमंत्री आवासों में भी शौचालय नहीं बनने की बात सामने आ रही है जो फर्जी ओडीएफ को और प्रमाणित करता है,शौचालय के अभाव में ग्रामीण खुले में शौच करने मजबूर हैं जबकि पूरा जिला खुले में शौच मुक्त हो गया है।
हरिभूमि टीम बसना ने जब विकासखण्ड बसना में घूम प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ लेने वाले हितग्राहियों के घरों में छानबीन की तो अधिकांश प्रधानमंत्री आवासों में शौचालय ही नहीं बने हैं जिसके कारण हितग्राही का पूरा परिवार खुले में शौच करने मजबूर हैं। हितग्राहियों से पूछने पर उन्होंने बताया कि सरपंच सचिव बोलते हैं कि प्रधानमंत्री आवास के लिए जो पैसा आया है उसी में शौचालय बनाना है और पूरा पैसा घर बनाने में ही खत्म हो गया इसलिए वे शौचालय नहीं बना पाए,कुछ ने बताया कि उन्हें कहा गया कि खुद से बना लो
बताया जा रहा है की प्रधान मंत्री आवास योजना में सौचालय नहीं है वर्तमान में सौचालय जो बना है वह पुराना इस्टीमेट के हिसाब से अलग जगह बना है और अब प्रधान मंत्री आवास दूसरी जगह बन रहा है जिसमे सौचालय नहीं है जिसके कारण बाहर में सौच जाने को मजबूर है प्रधान मंत्री आवास के हितग्राही ।