नारी का उत्थान केवल नारी ही करेगी – राष्ट्रीय अध्यक्ष उषाकिरण
-नंद किशोर अग्रवाल
काकाखबरीलाल,पिथौरा । अगर आज की सभी नारी स्वयं को पहचानने, अपनी आंतरिक शक्तियों को उभारने और उन्हें रचनात्मक कार्यों में लगा दे, तो विकास की गति कई गुना बढ़ सकती है।उक्ताशय की बातें शनिवार को श्री अग्रसेन भवन पिथौरा में आयोजित अखिल भारतीय मारवाड़ी सम्मेलन के शाखा कार्यक्रम में राष्ट्रीय अध्यक्ष उषाकिरण टिबरेवाल ने व्यक्त किये।
उन्होंने कहा कि शक्ति तो शक्ति है। वह जहाँ पर लगेगी, अपना परिचय देगी। ठीक इसी प्रकार नारी शक्ति है, उसे और अधिक शोषित और बेडिय़ों में नहीं बाँधा जा सकेगा। उसे स्वयं में पवित्रता और साहस, शौर्य को फिर बढ़ाना होगा। नारी का उत्थान स्वयं नारी ही करेगी।
राष्ट्रीय सचिव पुष्पा गोलछा ने कहा कि आधुनिक नारी की परिकल्पना तभी की जा सकती है जब नारी अपनी शक्ति को पहचान ले महिलाओं ने इस बात को भी स्वीकार किया कि आज के समय में आईपीएस अधिकारी, डॉक्टर, वकील, जज, व राजनीतिज्ञ सभी कार्यालयों एवं दफ्तरों में नारियां पदासीन हैं। भारत के स्वतंत्रता संग्राम में नारियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। आधुनिक युग में नारियों को पुरुषों के समान अधिकार प्राप्त हैं। समाज के हर क्षेत्र में उसका परोक्ष-अपरोक्ष रूप से प्रवेश हो चुका है। आज तो कई ऐसे प्रतिष्ठान एवं संस्थाएँ हैं, जिन्हें केवल नारी संचालित करती है या ये कहे कि स्वतंत्रत भारत में आज नारी के लिए प्रगति के सभी अवसर खुले हुए हैं।
प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती रेखा महमिया ने कहा कि वर्तमान परिवेश में नारी शक्ति हर जगह मौजूद है और वह अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रही है। नारी शक्ति को आगे बढ़ाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण पहलू शिक्षा है, क्योंकि शिक्षित नारी ही एक अच्छे समाज का निर्माण कर सकती है। शिक्षित नारियों की वजह से ही नारी सशक्तिकरण पर जोर दिया जाता है।
अग्रवाल सभा पिथौरा के अध्यक्ष मदन ऐरन ने भी महिलाओं के बारे प्रकाश डाला और जानकारी दी कि आज समाज मे नारियो का अलग स्थान बन चुका है हर जगह नारियों का सम्मान होने लगा है। कार्यक्रम को शाखा पिथौरा की अध्यक्ष श्रीमती क्षमा गोयल ने भी सम्बोधित किया।
संचालन श्रीमती प्रीति अग्रवाल ने किया व शाखा पिथौरा के उपलब्धियोंनारी के बारे में विस्तार से जानकारी दी।