छत्तीसगढ़

इंद्रधनुषी रंगो से नहाया रहता है यह आनोखा पेड़…

कु्दरत के खेल ही निराले हैं. भगवान ने हमारी धरती को सिर्फ प्राकृतिक संपदाओं से नवाज़ा है, बल्कि यहां एक से बढ़कर एक कुदरती अजूबे भी मौजूद हैं. ऐसा ही अजूबा है एक ऐसा पेड़, जो इंद्रधनुष के सात रंगों से सजा हुआ है. एक बार देखकर आपको लगेगा कि ये पेंट किया गया है, लेकिन ये पेड़ कुदरत ने भी रंगीन बनाया है.

Rainbow Eucalyptus नाम के इस पेड़ की तस्वीरें इस वक्त इंटरनेट पर छाई हुई हैं. हाल में आईएफएस अध‍िकारी सुशांत नंदा ने रेनबो यूकेलिप्‍टस की तस्‍वीरें शेयर कीं, जिसके बाद लोगों का ध्यान होली के मौसम में इस रंगीन पेड़ की तरफ खिंच गया.

पेड़ पर मानो की गई है पेंटिंग
दुनिया भर में इस पेड़ को अपनी इंद्रधनुषी छटा के लिए जाना जाता है. इसकी गिनती दुनिया के सबसे रंगीन पेड़ों में की जाती है. आम भाषा में इससे रेनबो यूकेलिप्टस कहते हैं, लेकिन वैज्ञानिक भाषा में इसे यूकेलिप्‍टस डेगलुप्‍टा कहा जाता है.

इस पेड़ की खासियत है इसमें बिखरे हुए तरह-तरह के रंग. कुछ जगहों पर इसे रेनबो गम भी कहा जाता है. खासतौर पर इन पेड़ों को फिलीपींस, इंडोनेशिया और पपुआ न्यू गिनी में पाया जाता है. कहते हैं यूकेलिप्टस की ये अकेली ऐसी प्रजाति है, जो वर्षा वनों में पाई जाती है.

पेड़ से जुड़े कई आश्चर्यजनक फैक्ट हैं, जो आमतौर पर लोगों को नहीं पता है. वनअर्थ की रिपोर्ट के मुताबिक पेड़ की उम्र जैसे-जैसे बढ़ती जाती है, इसके रंगों में भी बदलाव होता है. ये हमेशा एक जैसे नहीं होते. पेड़ के बढ़ने के साथ ही उसकी छाल उतरती जाती है और पेड़ के चमकीले रंग बाहर आते हैं.

ट्वीट को किया गया पसंद
आईएफएस सुशांत नंदा ने ट्विटर पर जब इसके बारे में जानकारी दी तो लोगों ने इसे खूब पसंद किया. उन्होंने अपनी पोस्ट में बताया है कि हर सीज़न में जब इसकी खाल निकलती है तो इसके खूबसूरत रंग बाहर आते हैं. उनकी इस पोस्ट को सैकड़ों लोगों ने पसंद किया है.

सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरों को देखकर यूज़र्स अलग-अलग कमेंट् दे रहे हैं. कोई इसे प्रकृति की कलाकारी बता रहा है तो कोई इस पर मोहित हुआ जा रहा है. इस पेड़ की औसत लंबाई 76 मीटर होती है. इसकी लकड़ी काफी महंगी बिकती है क्योंकि इससे सफेद पेपर बनाया जाता है.

काका खबरीलाल

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