
काकाखबरीलाल महासमुंद, 2 जनवरी 2018
एक लाख से कम आबादी के नगरीय निकायों की श्रेणी में कराएं जा रहे स्वच्छता सर्वेक्षण में महासमुंद जिले के सरायपाली नगर पालिका का स्थान वर्तमान समय में देश में प्रथम स्थान पर है। इसी तरह बागबाहरा नगर पालिका की स्थिति चौथे नंबर पर है। अपर कलेक्टर श्री ओंकार यदु द्वारा आज जिला कार्यालय में समय सीमा की बैठक में यह जानकारी दी गई। बैठक में यह भी बताया गया कि इसी तरह बसना की स्थिति 45, महासमुंद की 49, तुमगंाव की 60 और पिथौरा की 162 स्थान पर है। बैठक में अपर कलेक्टर ने सभी नगरीय निकाय के अधिकारियों को निर्देशित किया की वे नगरीय क्षेत्रों में स्वच्छता कार्यो को ज्यादा से ज्यादा बढ़ावा दे, डोर-टू-डोर कचरा इकट्ठा एवं कचरा के निपटारे की बेहतर से बेहतर व्यवस्था रखे जिससे महासमुंद जिले के शहरों को साफ-सुथरा और सुंदर बनाने में मदद मिले।
उल्लेखनीय है स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) के तहत देश के नगरीय क्षेत्रों के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के सभी 168 नगरीय निकायों को स्वच्छता की कसौटी पर कसने का कार्य प्रारंभ हो रहा है। राष्ट्रव्यापी ’स्वच्छता सर्वेक्षण 2018’ के अंतर्गत नगरीय निकायों की साफ-सफाई व्यवस्था का मूल्यांकन किया जाना प्रारंभ किया जा रहा है। नगरीय निकायों के निर्वाचित पदाधिकारियों के साथ-साथ अधिकारियों-कर्मचारियों से अपील की गई है कि वे इस कार्य को उत्कृष्टता से करें। बैठक में अनुविभागीय दंडाधिकारी श्री प्रेम प्रकाश शर्मा और नगर पालिका महासमुंद की मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्रीमती प्रीती सिंह ने बताया कि आगामी 4 जनवरी को नगर पंचायत तुमगंाव के सर्वेक्षण के लिए केन्द्रीय टीम भी आएगी।
बैठक में अपर कलेक्टर ने आगामी 26 जनवरी गणतंत्र दिवस की तैयारी के लिए सभी विभागों को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि समारोह में विभागीय झाकियों का प्रदर्शन भी किया जाएगा। उन्होंने झंाकी की थीम शीघ्र प्रदान करने के निर्देश दिए।
जिला वनमंडलाधिकारी श्री आलोक तिवारी ने बताया कि आगामी वर्ष भी महासमुंद जिले में वृक्षारोपण का कार्य बेहतर और व्यापक रूप से हो सके इसके लिए तैयारी पा्ररंभ कर दी गई है। उन्होंने विशेष रूप से सभी अनुविभागीय दंडाधिकारियों, जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों और जिला प्रमुखों से कहा कि वे आगामी 26 जनवरी तक वृक्षारोपण की जगह तथा रिक्त भूमि की जानकारी देने का कष्ट करें जिसके आधार पर प्रोजेक्ट बनाकर वृक्षारोपण के लिए कार्य की तैयारी शुरू की जा सके।