काकाखबरीलाल रायपुर:- मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि वन क्षेत्रों में लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि बसोंडों को पर्याप्त मात्रा में बांस की आपूर्ति की जाए। उन्होंने वन क्षेत्रों में हाथियों द्वारा फसल नुकसान के प्रकरणों में मुआवजा बढ़ाने के लिए भी अधिकारियों को निर्देश दिए। श्री बघेल आज शाम यहां मंत्रालय (महानदी भवन) में वन विभाग के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे।
श्री बघेल ने सामुदायिक वन अधिकार मान्यता पत्रों के प्रकरणों के निराकरण के लिए जिला कलेक्टरों की कार्यशाला आयोजित कराने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक में कहा कि वन क्षेत्रों रोजगार के लिए इमली प्रोसेसिंग हेतु नया प्लांट लगाने तथा मार्केटिंग के लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वन समितियों को आम से अमचुर बनाने लिए भी आवश्यक किट दिया जाए, इससे वन क्षेत्र के लोगों को रोजगार मिलेगा। श्री बघेल ने वन विभाग के अधिकारियों से कहा कि राज्य के जंगलों में अभियान चलाकर फलदार पौधों और सब्जी के बीजों का हवाई छिड़काव हेलीकॉप्टर से किया जाए। इससे वनवासी और आदिवासी परिवारों को पौष्टिक भोजन के लिए सब्जी और फल प्राप्त होंगे, वहीं जंगली जानवरों को भी खाने की वस्तुएं के लिए गांवों की ओर रूख नहीं करना पडे़गा। फलदार पौधों और सब्जी बीजों के साथ ही घांस के बीज का छिड़काव करने पर भूमि के क्षरण को भी रोकने में भी मदद मिलेगी।
श्री बघेल ने बैठक निस्तार सेवाओं सहित हरियाली प्रसार योजना, संयुक्त वन प्रबंधन योजना, लघुवनोंपज, कैम्पा, मुख्यमंत्री बांस विकास योजना, वन्य प्राणी प्रबंधन सहित विभिन्न कार्याें की समीक्षा की। बैठक में मुख्य सचिव श्री अजय सिंह, अपर मुख्य सचिव वन श्री सी.के खेतान, मुख्यमंत्री के सचिव श्री गौरव द्विवेदी, विशेष सचिव श्री टामन सिंह सोनवानी, आदिम जाति और अनुसचित जाति विभाग की विषेश सचिव श्रीमती रीना बाबा साहब कंगाले और प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री मुदित कुमार सहित वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। अपर मुख्य सचिव श्री खेतान ने विभागीय योजनाओं का प्रस्तुतिकरण दिया
श्री बघेल ने सामुदायिक वन अधिकार मान्यता पत्रों के प्रकरणों के निराकरण के लिए जिला कलेक्टरों की कार्यशाला आयोजित कराने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक में कहा कि वन क्षेत्रों रोजगार के लिए इमली प्रोसेसिंग हेतु नया प्लांट लगाने तथा मार्केटिंग के लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वन समितियों को आम से अमचुर बनाने लिए भी आवश्यक किट दिया जाए, इससे वन क्षेत्र के लोगों को रोजगार मिलेगा। श्री बघेल ने वन विभाग के अधिकारियों से कहा कि राज्य के जंगलों में अभियान चलाकर फलदार पौधों और सब्जी के बीजों का हवाई छिड़काव हेलीकॉप्टर से किया जाए। इससे वनवासी और आदिवासी परिवारों को पौष्टिक भोजन के लिए सब्जी और फल प्राप्त होंगे, वहीं जंगली जानवरों को भी खाने की वस्तुएं के लिए गांवों की ओर रूख नहीं करना पडे़गा। फलदार पौधों और सब्जी बीजों के साथ ही घांस के बीज का छिड़काव करने पर भूमि के क्षरण को भी रोकने में भी मदद मिलेगी।
श्री बघेल ने बैठक निस्तार सेवाओं सहित हरियाली प्रसार योजना, संयुक्त वन प्रबंधन योजना, लघुवनोंपज, कैम्पा, मुख्यमंत्री बांस विकास योजना, वन्य प्राणी प्रबंधन सहित विभिन्न कार्याें की समीक्षा की। बैठक में मुख्य सचिव श्री अजय सिंह, अपर मुख्य सचिव वन श्री सी.के खेतान, मुख्यमंत्री के सचिव श्री गौरव द्विवेदी, विशेष सचिव श्री टामन सिंह सोनवानी, आदिम जाति और अनुसचित जाति विभाग की विषेश सचिव श्रीमती रीना बाबा साहब कंगाले और प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री मुदित कुमार सहित वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। अपर मुख्य सचिव श्री खेतान ने विभागीय योजनाओं का प्रस्तुतिकरण दिया