सरायपाली
सरायपाली : चूजा बना आकर्षण का केन्द्र
सरायपाली। नगर में इन दिनों बिकने के लिए आए टर्की प्रजाति का चूजा लोगों के आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। अपने चुटीले अंदाज में इन चूजों को बेचते हुए विक्रेता ने इसका नाम पुष्पाराज चूजा रखा है, जो कि किसी भी तरह तोड़ मरोड़ देने पर भी मरता नहीं है। चर्चा में विक्रेता सब्बीर मलिक ने बताया कि यह चूजा मूल रूप से लखनऊ से आता है, अब इसका उत्पादन रायपुर से भी हो रहा है। उन्होंने चूजे को कई तरह से मोड़ कर भी दिखाया, लेकिन चूजे पर कोई असर नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि वर्तमान में चूजा 50 रूपए प्रति नग के हिसाब से बेचा जा रहा है जो महीने भर में लगभग 700 ग्राम का हो जाता है और पूर्ण वयस्क होने पर 9 से 10 किलो तक का भी हो सकता है। इस प्रजाति की मुर्गी 3 महीने में अण्डे देने योग्य हो जाती है।