इस शहर में घुसा तेंदुआ सड़कों पर पालतू जानवरों को दौड़ाता हुआ कैमरे में कैद
कल तक शहर के आसपास घूमने वाला जंगली तेंदुआ मंगलवार की रात जिला मुख्यालय में घुस आया था। जिला अस्पताल और उप जेल के पास घुमंतू मवेशियों को शिकार बनाने के लिए उस तेंदुए ने जमकर दौड़ाया है। इस घटनाक्रम का वीडियो फ़ुटेज उप जेल के सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ है। अब तेंदुए के शहर में घुस आने की खबर से शहरवासियों में ख़ौफ़ बना हुआ है।
एक दिन पहले ही जिला मुख्यालय से महज पाँच किलोमीटर की दूरी पर बसे पाथरमोहन्दा गाँव में ग्रामीणों ने तेंदुआ देखने की बात कही थी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक इससे पहले भी तेंदुआ शहर में देखा जा चुका है। इस दफा तेंदुआ सीसीटीवी में कैद हुआ है। शहर से लगे उपजेल और जिला अस्पताल के पास कल रात तेंदुआ देखा गया है। इस दौरान तेंदुआ मवेशियों का शिकार करने उनके पीछे भाग रहा था। इसी दौरान जिला उप जेल में लगे सीसीटीवी कैमरे में तेंदुए की ये हरकतें कैद हो गईं।
रात में ड्यूटी पर तैनात जेल के संतरी अमरजीत की माने तो ये 11 बजकर 55 मिनट के करीब का वाक्या है। जब मजरकट्टा की ओर से कुछ मवेशियों के अचानक दौड़ने की आवाजें सुनाई दीं, तभी संतरी ने देखा तो मवेशियों के ठीक पीछे तेंदुआ था। और मवेशियों को शिकार के लिए दौड़ा रहा था। संतरी अमरजीत ने बताया कि तेंदुआ जिला अस्पताल के गेट की तरफ गया और कुछ ही देर बाद उधर से भी मवेशियो को दौड़ाते हुए जेल की तरफ लाया। मवेशी भाग गए तेंदुआ कुछ देर जेल के बाहर बैठा रहा और उसके बाद पीछे की तरफ निकल गया। अमरजीत ने बताया कि वह अचानक तेंदुए को देखकर घबरा गया था। उसने अपने बचाव के लिए अपनी राइफल भी तैयार कर ली थी। इस दौरान जेल का कुत्ता भी बहुत देर तक तेंदुए को भौंकता रहा।
गरियाबंद में प्रति 3 साल में देव मड़ाई मेला का आयोजन होता है। कोरोना संक्रमण के कारण मड़ाई कार्यक्रम की तिथियां आगे पीछे हो रही हैं। अब शहर के बीच एवं आसपास के गांव में तेंदुए को देखे जाने से लोग इसे देवी शक्ति या प्रकोप के रूप में भी देख रहे हैं। शहर के एक व्यक्ति का कहना था कि गरियाबंद क्षेत्र के सभी देवी-देवताओं की शक्ति प्रमाणित है, गरियाबंद मड़ाई की तिथि निर्धारित होने के बाद स्थगित होना भी एक वजह हो सकती है, हालांकि अब गरियाबंद मड़ाई 4 मार्च को होना सुनिश्चित हो गया है।