रामकुमार नायक, रायपुर ब्यूरो काका खबरीलाल
नंद किशोर अग्रवाल।पिथौरा-विगत 30-31 मई कि दरम्यानी रात वह तूफानी और काली रात भूले नहीं भूलती जब गांव के लोगों को जब एक ही परिवार की 4 लोग अपने घर में सो रहव थे। और गांव के ही व्यक्ति के द्वारा चारों व्यक्तियों की नृशंस हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद पूरा गांव सकते में आ गया तथा घटनास्थल पर इकट्ठा हो गया। लोगों को विश्वास ही नहीं हो रहा था यह काली भयावह और रात इतनी भयंकर होगी लेकिन जो हुआ सामान्य से परे था ।बरहाल हाल पुलिस एवं क्राइम ब्रांच की सक्रियता के चलते आखिरकार हत्यारा पकड़ा गया तथा थाने में उसने अपना अपराध भी कबूला ।लेकिन उसके अपराध कबूल लेने से गांव में निवासरत लोगों का दहशत कम होने का नाम नहीं ले रहा है। वही मृतकों के परिवार के लोग हत्यारे को गांव वाले के हवाले करने के लिए उद्वेलित हैं ।लेकिन पुलिस की सतर्कता हत्यारा एवं उसके परिवार वाले को थाने में लाकर अभिरक्षा में रखने के कारण एक और बड़ी अनहोनी बचने से होने से बच गई ।वर्तमान में हत्यारे को थाने में लाकर रखने एवं घटना का खुलासा महासमुंद में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर करने की बात पर पिथौरा के स्थानीय पत्रकार आहत हुए जो कि घटना के दिन से ही घटनास्थल पर डट कर समय समय की जानकारी जुटाकर पुलिस वालों को सहयोग कर रहे थे इसके बावजूद पूरे घटनाक्रम का खुलासा पुलिस कप्तान द्वारा महासमुंद में किए जाने का पिथौरा के समस्त पत्रकार संघ ने विरोध किया एवं पुलिस के किसी भी कार्यक्रम में शामिल ना होकर समस्त गतिविधियों का बायकाट करने का निर्णय लिया एक तरफ देखा जाए तो पत्रकारों की यह कार्यवाही न्याय संगत भी लगती है बाहर हाल इस क्रूरतम घटना के बाद किशनपुर ग्राम में भयावहता एवं सन्नाटा पसरा हुआ है जो कि हमेशा खुशहाल रहता था। वही ग्राम के अस्पताल में भी ताला लगा हुआ है।तथा गांव के लोग आज भी थाने के सामने प्रदर्शन कर हत्यारे के फांसी की मांग कर रहे हैं।