संसदीय सचिव ने किया अतिरिक्त नवीन भवन का लोकार्पण
पिथौरा। स्थानीय सरस्वती शिशु में वार्षिकोत्सव स्नेह सम्मलेन एवं अतिरिक्त नवीन भवन का लोकार्पण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि संसदीय सचिव श्रीमती रूपकुमारी चौधरी थी। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीमती उषा श्रीवास्तव ने की तथा बतौर विशिष्ट अतिथि श्रीमती क्षमा गोयल एवं श्रीमती लता जायसवाल मंचासीन थी। सर्वप्रथम श्रीमती चौधरी ने स्कूल में बने नवीन अतिरिक्त भवन का लोकार्पण किया। तत्पश्चात मंचासीन होकर श्रीमती चौधरी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ने वाले बच्चे शिक्षा के साथ-साथ संस्कार भी प्राप्त करते हैं। शिशु मंदिर देश के शिक्षण संस्थानों में से उत्कृष्ट संस्थान है जहां बच्चे संस्कारित होकर पढ़ते है और उनका आचरण व व्यवहार दैनिक जीवन में भी परिलक्षित होता है। यहां उत्कृष्ट संस्कार मिलते है और बच्चे प्रतिभावान व श्रेष्ठ बनकर निकलते हैं। उन्होंने कहा कि यहां बच्चों के प्रस्तुत किए जाने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम भी मनोरंजक के साथ-साथ एक संदेश पूर्ण होता है। जो हमारे संस्कारों को प्रदर्शित करता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही श्रीमती उषा श्रीवास्तव ने कहा बच्चों की प्रथम गुरु उसकी मां होती है तथा उसका पहला घर उनका पढ़ने वाला विद्यालय होता है। इस तरह बच्चों को शिक्षा व संस्कार साथ-साथ मिलते हैं। वहीं श्रीमती क्षमा गोयल ने कहा शिशु मंदिर देश की सर्वश्रेष्ठ विद्यालय है जहां बच्चों को पढ़ाई के साथ संस्कारों की भी शिक्षा दी जाती है। कार्यक्रम प्रमुख रूप से व्यवस्थापक वीरेंद्र तिवारी, कोषाध्यक्ष यशवंत छाबड़ा, सह व्यवस्थापक लखन निषाद, भाजपा महामंत्री पुष्पराज गजेंद्र, पार्षद मन्नूलाल ठाकुर, रविंदर आजमानी, विधायक प्रतिनिधि मनमीत छाबड़ा, दुर्गेश सिन्हा, विजय गुप्ता, प्रधानाचार्य नंदू निर्मलकर, टेकलाल जगत, रमेश श्रीवास्तव, परशुराम प्रजापति, उमाशंकर सिन्हा, अशोक बरिहा, सरजू राम डड़सेना, ज्योति जोशी, नीतू मारकंडे, गायत्री राजपूत, गौरी साहू, नम्रता कन्नौजे, सावित्री साहू, सावित्री प्रजापति, ओंकार सिंह ठाकुर, लोक सिंह नाग, महेश पटेल सहित बड़ी संख्या में पालक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन सीताराम पटेल, दीपिका पटेल, दीक्षा निर्मलकर ने किया तथा आभार प्रदर्शन संस्था के कोषाध्यक्ष यशवंत छाबड़ा ने किया। सम्मेलन में बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।