बेमौसम बारिश से किसानों को भारी नुकसान,सारी मेहनत हो सकती है बेकार साबित.?
रायपुर(काकाखबरीलाल)।बेमौसम बारिश की वजह से राज्य के किसानों को काफी नुकसान हुआ है। रबी मौसम में भी लगातार बारिश और ओलावृष्टि के चलते कई जिलों में फसल को क्षति हुई है। दलहन, तिलहन सहित गेहूँ की फसल को काफी अधिक नुकसान हुआ है। अंचल के शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों मे पिछले दो-तीन दिनों से हो रही बेमौसम बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है। बारिश से एक ओर जहां रबी की फसलों को भारी नुकसान हुआ है तो वही तेज हवा से पेड़- पौधे भी जमीन में गिर गए है।
उल्लेखनीय है कि पिछले दो-तीन दिनों से क्षेत्र में शाम होते ही मौसम अचानक से करवट बदल रही है और देखते ही देखते तेज आंधी तूफान चलने के साथ-साथ जमकर बारिश भी हो रही है। यह बताना लाजिमी है कि इन दिनों ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों मे किसानों द्वारा अपने खेतों मे रबी की फसल लगाई गई थी।
बेमौसम बारिश ने तोड़ी किसानों की कमर, रबी फसल को भारी नुकसान
मगर असामयिक बारिश ने उनके सारे मेहनतों पर पानी फेर दिया है। वहीं अभी धान की बालियां भी निकलने लगी है और बारिश के साथ खूब ओले भी गिर रहे है, लिहाजा फसलों के बर्बाद होने की संभावना अधिक नजर आ रही है।
इतना ही नहीं पिछले दो दिनों की बारिश ने इस तरह कहर बरपाया है कि जगह- जगह सैकडो़ पेड़ टूटकर धारासायी हो गए है, तो कहीं-कहीं पेड़ जड़ सहित ही उखड गए है। कई क्षेत्रों मे विद्युत तार भी टूट गए है। और कई क्षेत्रों में बिजली के पोल गिर गए है। इससे विद्युत आपूर्ति भी ठप सी हो गई है। वहीं तेज हवा के कारण कई घरों के टिन छप्पर भी उखड़कर तहस-नहस हो गई है। जिससे लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्र के किसानों का कहना है, कि बारिश से फसलों में कीट-प्रकोप सहित और कई प्रकार की गंभीर बीमारी आने की संभावना बड़ गई है तथा तूफान से फसलों के जमीन में लेट जाने से इनके नष्ट होने का भी खतरा है।
बेमौसम बारिश ने तोड़ी किसानों की कमर, रबी फसल को भारी नुकसान
तो वहीं सब्जी की खेती पर भी इस बारिश ने प्रतिकुल प्रभाव डाला है। जिससे बाडिय़ों और फ र्मों में लगे लाखों की सब्जियां चौपट होने की कगार में पहुंच गई है। किसानों ने कहा कि हम लोग जिस आश से ऋण लेकर रबी की फसल लेते है वह आश भी अब धूमिल होती नजर आ रही है पैदावार कम होने से फ सलों पर खर्च की गई राशियों को भी वसूलना अब असंभव सा लग रहा है। जिससे उनके कर्ज भार में और वृद्धि होती जाएगी। इस बार की बेमौशम बारिश ने मानो उनकी अब तक की सारी मेहनतों को बेकार ही साबित कर दिया है।