अमीर बनने के जिद मे व्यापारी ने रची चोरी की कहानी पढ़े पुरी खबर
(महासमुंद काकाखबरीलाल).
कर्ज में डूबे एक व्यापारी ने अपनी ही दुकान की चोरी की झूठी शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपी जितेंद्र सोनी (29) पिता अनोप सोनी को गिरफ्तार कर उसके दुर्ग के मौसेरा भाई के घर से ज्वेलरी बरामद कर लिया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार चोरी की शिकायत के बाद तेंदुकोना पुलिस दुकान पहुंची। दुकान को देखने के बाद ही पुलिस ने अनुमान लगा लिया था, कि दुकान से चोरी नहीं, बल्कि चोरी करवाई गई है। दुकान में लगे ताले के शटर टूटे नहीं थे। लॉकर भी चाबी से खोले गए थे। गुमराह करने के लिए लॉकर के पास स्क्रूडाइवर छोड़ दिया था। जिससे पुलिस को लगे की चोरी हुई है
थाना प्रभारी एसडी बघेल ने बताया कि दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरा भी गायब थे और पुलिस ने दुकान के कर्मचारियों से पूछताछ की। दुकान के कर्मचारियों ने बताया कि दुकान के मालिक अपनी पत्नी को लाने के लिए नागपुर गया है। पुलिस ने दुकान के संचालक को भी इसकी जानकारी दी। घटना की जानकारी के बाद जितेंद्र सोनी तेंदुकोना पहुंचा। पूछताछ में चोरी गए ज्वेलरी की जानकारी नहीं दे पा रहा था। बिल देखकर ही बता पाने की बात कह रहा था। पुलिस ने बार-बार संपर्क किया। लेकिन सही जवाब नहीं दे पा रहा था। इसके बाद जितेंद्र से सख्ती से पूछताछ की तो अपराध कबूल लिया। एसडी बघेल ने बताया कि वह काफी लोगों से कर्ज ले रखा था और जल्दी अमीर बनने के सपने देखता था। थाना प्रभरी एसडी बघेल ने बताया कि जितेंद्र सोनी ने पूरी कहानी बनाई थी। ग्राम तेन्दुकोना मेन रोड किनारे गणेश ज्वेलर्स के नाम से सोने चांदी की उसकी दुकान है। दिनांक 27 फरवरी 2020 के रात्रि करीबन 08.00 बजे अपने दुकान में आधा खुला छोड़ कर दुकान की चाबी काम करने वाली लड़की को उसके घर जाकर दिया था। लॉकर की चाबी अपने पास रखा और चाबी देने के बाद रात्री करीबन 08.30 बजे रात अपनी कार बोलेनो से बागबाहरा, महासमुन्द होते नागपुर गया। 28 फरवरी को 11 बजे दिन लड़की ने जितेंद्र को फोन पर बताया कि दुकान का शटर आधा खुला है, दुकान का समान ईधर-उधर बिखरा पडा है। लाकर भी खुला है। उसमें कोई समान नही है। इसके बाद उसने अपने भाई निलेश सोनी बागबाहरा वाले को बोला की जाकर देखो दुकान में चोरी हो गया है। बागबाहरा वाले भाई निलेश सोनी पहुंचा और उसने उसे बताया कि चारी हो गया है। उसके बाद वह नागपुर से निकला। बघेल ने बताया कि इसके बाद जितेंद्र से पूछताछ की। लेकिन वह बार-बार गुमराह कर रहा था।